Giridih : जिले के देवरी प्रखंड के गादीदिघी पंचायत अंतर्गत माधोपुर गांव के लोग जल जमाव के कारण नरकीय जीवन जीने को विवश है. आजादी के इतने सालों बाद भी माधोपुर गांव के लोग विकाश से कोसो दूर है. गांव के लोग जलजमाव से काफी परेशान है. बरसात के दिनों में ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ जाती है. बारिश होने से गांव की सड़के तालाब में तबदील हो जाती है.
जलजमाव के कारण ग्रामीणों को हो रही बीमारियां
जलजमाव से कई तरह की बीमारी भी फैलाती है. सड़क में बरसात का पानी जमा होने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है. ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान समय में कोरोना से पूरी दुनिया जूझ रही है. वहीं माधोपुर गांव में जलजमाव से लोग मलेरिया से पीड़ित हो रहे हैं. इस गांव के लोगों में कोरोना से ज्यादा मलेरिया का भय है.
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जिला प्रशासन से भी आवश्यक पहल की मांग
गांव की महिला मुंद्रिका देवी ने बताया कि गादीदिघी पंचायत के मुखिया शिवकुमार राय ने गांव में नाली बनाने का आश्वासन दिये थे. लेकिन उनकी मौत हो गयी. प्रभारी मुखिया ग्रामीणों की बात नहीं सुनते है. अन्य जनप्रतिनिधि भी माधोपुर गांव की सुध नहीं ले रहे है. गुंजरी देवी ने बताया कि गांव के बगल से ही जमुआ चतरो मुख्य मार्ग है. इसके बाद भी गांव की स्थिति बदहाल है. पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने जिला प्रशासन से भी इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग की है. गंगिया देवी ने कहा कि माधोपुर की सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त नहीं किया गया तो ग्रामीण सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे.