New Delhi : विराट कोहली ने शनिवार को घोषणा की कि वो भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में अपना एकलौता कप्तानी पद छोड़ रहे हैं. पिछले साल, कोहली ने T20 कप्तान के रूप में पद छोड़ दिया था और फिर उन्हें कुछ समय बाद ODI के कप्तान के रूप में हटा दिया गया था, क्योंकि चयनकर्ता लिमिटेड ओवर प्रारूप के लिए एक ही कप्तान चाहते थे.
कोहली ने ट्वीटर पर बयान पोस्ट किया
कोहली ने ट्वीटर पर बयान पोस्ट कर कहा, “टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए हर रोज 7 सालों तक मैंने कड़ी मेहनत की और बिना थके परिश्रम किया है. मैंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया है और वहां कुछ भी नहीं छोड़ा है. हर चीज को किसी न किसी स्तर पर रुकना पड़ता है और मेरे लिए भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में रुकने का समय आ गया है. यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आये हैं, लेकिन प्रयास या विश्वास की कमी कभी नहीं रही है. मैंने हमेशा हर चीज में अपना 120 प्रतिशत देने में विश्वास किया है. और अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मुझे पता है कि ये सही नहीं होता. मेरे दिल में पूर्ण स्पष्टता है और मैं अपनी टीम के लिए बेईमान नहीं हो सकता.”
BCCI congratulates #TeamIndia captain @imVkohli for his admirable leadership qualities that took the Test team to unprecedented heights. He led India in 68 matches and has been the most successful captain with 40 wins. https://t.co/oRV3sgPQ2G
— BCCI (@BCCI) January 15, 2022
सभी साथियों को धन्यवाद दोना चाहता हूं
कोहली ने आगे कहा, “मैं बीसीसीआई को इतने लंबे समय तक अपने देश का नेतृत्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि टीम के उन सभी साथियों को धन्यवाद दोना चाहता हूं जिन्होंने पहले दिन से टीम के लिए सब कुछ किया और किसी भी स्थिति में कभी हार नहीं मानी. आप लोगों ने इस यात्रा को काफी यादगार और सुंदर बना दिया है. रवि भाई और सहायता समूह इस गाड़ी के पीछे के इंजन थे जो हमें लगातार टेस्ट क्रिकेट में ऊपर की ओर ले गए. अंत में एमएस धोनी को बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने मुझ पर एक कप्तान के रूप में विश्वास किया और मुझे एक सक्षम व्यक्ति के रूप में पाया जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकता था.”
टेस्ट सीरीज हारने के एक दिन बाद आया है बयान
कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने का फैसला भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज हारने के एक दिन बाद आया है. सबसे लंबे प्रारूप में विराट कोहली की सबसे बड़ी जीत 2018-19 के दौरान हुई क्योंकि भारत ने अपनी पहली टेस्ट सीरीज डाउन अंडर (ऑस्ट्रेलिया) में जीती थी. उनकी कप्तानी में भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भी पहुंचा.ये ध्यान देने की जरूरत है कि कोहली ने नवंबर 2019 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं बनाया है. उन्होंने आखिरी बार ईडन गार्डन्स में डे/नाइट टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ शतक बनाया था.
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