Ranchi : नगर आयुक्त से जारी विवादों के बीच मेयर आशा लकड़ा ने स्पष्ट कहा है कि वह लड़ाई लड़ने के लिए मेयर नहीं बनी हैं. मेयर के मुताबिक, वर्तमान सभी विवाद की जड़ स्वंय नगर आयुक्त मुकेश कुमार हैं. अगर ऐसा नहीं होता, तो परिषद एजेंडा में शामिल विषयों की जानकारी पहले नगर आयुक्त ने क्यों नहीं दी.
बुधवार को निगम कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मेयर ने कहा है कि न ही नगर आयुक्त एजेंडा में नये विषय जोड़ते न ही कोई विवाद होता. सारे विवाद की जड़ तो स्वंय नगर आयुक्त हैं. मेयर ने कहा कि उन्होंने तो केवल पूछा था कि किस आधार पर वे नया एजेंडा जोड़े हैं, ताकि अप्रैल माह में होने वाले परिषद् बैठक में लाने के लिए अनुमति दिया जा सके.
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व्यवहार व कार्यशैली से विश्वसनीयता हो रही संदिग्ध
मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त के व्यवहार व कार्यशैली से उनकी विश्वसनीयता संदिग्ध प्रतीत हो रही है. उनके वक्तव्यों व कार्य प्रणाली में राज्य सरकार की राजनीति झलक रही है. उनके माध्यम से ऐसी योजनाएं व प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं. जिससे सरकारी राजस्व की क्षति होने की प्रबल संभावना प्रतीत हो रही है. वे अप्रत्यक्ष रूप से किसी न किसी एजेंसी को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
अगर राजनीति ही करनी है तो राजनीतिक मंच पर आये नगर आयुक्त
आशा लकड़ा ने कहा कि जिन पांच एजेंडों को परिषद बैठक में लाने पर रोक लगायी गयी थी. उसे नगर आयुक्त ने न केवल जबरन लाये, बल्कि येन-केन प्रकारेण पारित कराने का दबाव बनाया. फिर नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि उन्होंने राज्य सरकार का पक्ष रखा है. ऐसे में उन्हें बताना चाहिए कि नगर आयुक्त आरएमसी के अधिकारी हैं या राज्य सरकार के प्रतिनिधि.मेयर ने यहां तक कह दिया कि यदि नगर आयुक्त को राजनीति ही करनी है, तो मैं उन्हें राजनीतिक मंच पर आमंत्रित करती हूं.
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