Jamshedpur: यास तूफान की वजह से पूर्वी सिंहभूम में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. इस वजह से बागबेड़ा नदी का जलस्तर डेंजर लेबल के पार हो गया है. बागबेड़ा के निचले इलाके के 250 से ज्यादा घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिला प्रशासन की ओर से राहत कार्य चलाया जा रहा है. बुधवार की रात कई लोगों को आश्रयगृहों में शिफ्ट कराया गया था. आज भी बचे लोगों को सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा है. उधर स्वर्णरेखा नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है. 2 मीटर और पानी बढ़ने के बाद स्वर्णरेखा का पानी भी पूर्वी सिंहभूम के इलाकों में घुसेगा.
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खरकई का जलस्तर पहुंचा 423 फीट
गुरुवार सुबह से ही नदी का जलस्तर बढ़ना शुरु हुआ. खरकई नदी का सामान्य जलस्तर 423 फीट है, जो आज सुबह 8 बजे तक बढ़कर 431 फीट हो गया. लगातार हो रही बारिश से तेजी से आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी घुस रहा है.
119.20 मीटर पहुंचा स्वर्णरेखा का जलस्तर
इसके अलावा स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है. स्वर्णरेखा नदी का डेंजर लेबल 121.5 मीटर है. जबकि गुरुवार सुबह तक जलस्तर 119.20 मीटर तक पहुंच चुका था. यानी जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ दो मीटर नीचे है.
जिला प्रशासन कर रहा सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील
खरकई और स्वर्णरेखा के उफान पर आते ही जिला प्रशासन की टीम एक्टिव हो गई है. उपायुक्त ने तटीय इलाके व डूब वाले क्षेत्र के लोगों को आश्रयग गृह में शरण लेने की अपील की है. वहीं खतरे वाले क्षेत्रों में जिला प्रशासन की टीम घूम-घूमकर माइक से लोगों को खतरे की चेतावनी दे रही है.
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