- बदल रहा है देश, 6 महीने में 10000 से ज्यादा Startups रजिस्टर
New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व आर्थिक मंच के Davos Agenda Summit में निवेशकों को लुभाने का प्रयास किया. उन्होंने अपने कार्यकाल में देश में किये गये 10 बड़े बदलाव को गिनाया और कहा कि अब मुश्किल के दौर खत्म हो चुके हैं. प्रधानमंत्री ने आर्थिक सुधारों पर जोर देते हुए बताया कि लाइसेंस राज के लिए बदनाम रहा भारत अब आगे बढ़ चुका है. मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं में आज Entrepreneurship एक नयी ऊंचाई पर है. आज भारत दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है. 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भारत में काम कर रहे हैं. आज भारत Unicorns के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है. इनमें से 40 यूनिकॉर्न तो पिछले साल बने हैं. 10 हजार से ज्यादा Startups पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं.
हम 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में भोजन पहुंचा रहे हैं
मोदी ने भारत में आर्थिक असमानता पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा कि हम 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में भोजन पहुंचा रहे हैं. यह संभवत: दुनिया का इस तरह का सबसे बड़ा अभियान होगा. हमने हर किसी का ध्यान रखने का प्रयास किया. दुनिया के अर्थशास्त्रियों ने भारत के प्रयासों की तारीफ की है.
भारत अभी कोरोना की नयी लहर से जूझ रहा है
दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन कार्यक्रम के पहले दिन प्रधानमंत्री ने खास संबोधन में कहा कि भारत अभी कोरोना की नयी लहर से जूझ रहा है. भारत आजादी के 75 साल का जश्न भी मना रहा है. हमने कोरोना के दौरान इकोनॉमिक रिफॉर्म पर भी फोकस किया है. हमारे पास कोरोना वैक्सीनेशन में 160 करोड़ डोज लगाने का आत्मविश्वास भी है. आज पीएम मोदी के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी सम्मेलन को संबोधित किया. पांच दिनों के इस कार्यक्रम में इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन समेत कई ग्लोबल लीडर हिस्सा लेने वाले हैं.
पहले चीन के राष्ट्रपति का हुआ संबोधन
इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि कोरोना महामारी से जीतने के लिए संयुक्त प्रयास ही एकमात्र तरीका है. उन्होंने वैक्सीन के इक्वल डिस्ट्रीब्यूशन और दुनिया भर में तेजी से वैक्सीनेशन की भी बात की. जिनपिंग ने विकसित देशों से जिम्मेदार आर्थिक नीतियां अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा, विकसित देशों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि उनकी नीतियों से विकासशील देशों पर कोई खराब असर नहीं पड़ रहा हो. जिनपिंग ने चीन की अर्थव्यवस्था को और खुली बनाने तथा बाजार पर फोकस्ड सुधार करने का भी वादा किया.
इस इवेंट में इन ग्लोबल लीडर्स की भी भागीदारी
कोरोना महामारी की नयी लहर के कारण वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का सालाना शिखर सम्मेलन लगातार दूसरे साल ऑनलाइन आयोजित हो रहा है. इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में दुनिया भर के कई बड़े नेता, इकोनॉमिस्ट और बिजनेसमैन हिस्सा लेने वाले हैं.
कोरोना के चलते दूसरी बार ऑनलाइन हो रहा कार्यक्रम
WEF का दावोस एजेंडा सम्मेलन पिछले 50 साल से आयोजित हो रहा है. आम तौर पर इसका आयोजन स्विट्जरलैंड के रिसॉर्ट शहर दावोस में होता है. इस बार भी दावोस में ही आयोजन होने वाला था, लेकिन कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के सामने आने और दुनिया भर में नयी लहर का प्रकोप फैल जाने के बाद ऑफलाइन आयोजन को टाल दिया गया. पिछले साल अगस्त में WEF की एक बैठक सिंगापुर में होने वाली थी. कोरोना के प्रकोप के चलते उसे भी रद्द करना पड़ गया था
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