Delhi: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को 10 जनपथ पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आज मुलाकात की है. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी भी मौजूद रहे. ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले विपक्षी एकजुटता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि अगर सभी क्षेत्रीय दल इकट्ठा हो जाएं तो एक दल पर भारी पड़ेंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पांच दिवसीय दिल्ली दौरे के तीसरे दिन आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. ममता ने ये मुलाकात ऐसे समय में की है, जब विपक्ष की एकजुटता को लेकर लगातार चर्चा हो रही है. पेगासस, कृषि कानून और महंगाई के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही ठप सी चल रही है. मीडिया से बातचीत के दौरान ममता बनर्जी ने पेगासस जासूसी कांड पर जांच की मांग की है.
इसे भी पढ़ें- लोकसभा में कागज फेंकने वाले कांग्रेस- टीएमसी सांसदों पर कड़ी कार्रवाई के मूड में सरकार, ला सकती है निलंबन प्रस्ताव
ममता ने एकजुट होकर लड़ने का किया आह्वान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलने का कार्यक्रम है. आज ही सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले ममता ने विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी चाहती हैं कि विपक्षी दलों की एकजुटता हो. कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों पर और क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस पर विश्वास है. उन्होंने संसद का मॉनसून सत्र पूरा होने के बाद विपक्षी दलों की बैठक के आयोजन पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जीडीपी की स्थिति बहुत खराब है. अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि खेला अभी खत्म नहीं हुआ है. अब पूरे देश में खेला होगा. बीजेपी के खिलाफ सभी एकजुट होकर लड़ाने की तैयारी करें.
इसे भी पढ़ें-क्या पेगासस और मिजोरम-असम हिंसा के सवाल पर आक्रामक विपक्ष मोदी सरकार को बैकफुट पर धकेल सकेगा?
क्या विपक्षी दलों को लीड करेंगीं ममता बनर्जी ?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली आकर बीजेपी की केंद्र सरकार को ये बता दिया है कि वो अब राज्य से निकलकर राष्ट्रीय राजनीति की तरफ देख रही हैं. उन्होंने विपक्षी दलों को एकजुट करने का काम भी शुरू कर दिया है. ममता के तेवर बता रहे हैं कि वो विपक्षी दलों के मोर्चे को लीड करने जा रही हैं, लेकिन जब उनसे इसे लेकर सवाल किया गया तो ममता ने जवाब में कहा, “मैं कोई राजनीतिक ज्योतिष नहीं हूं. ये सब कुछ हालात पर निर्भर करता है. अगर कोई भी लीड करता है, तो इससे मुझे कोई भी दिक्कत नहीं है. मुझे लगता है कि संसद सत्र के बाद विपक्षी दलों को एक साथ मिलकर बैठक जरूर करनी चाहिए.”
इसे भी पढ़ें-केयर्न एनर्जी : सरकार ने माना, 1.72 अरब डॉलर की वसूली मामले में फ्रांस के कोर्ट ने संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है