Prem Anand
Tech Constant: हम सभी सोशल मैसेजिंग के लिए व्हाट्सएप्प का प्रयोग करते हैं. हाल फिलहाल में पेगासस के मामले में व्हाट्सएप्प पर भी सवाल खड़े किए गए हैं. जिसमें व्हाट्सएप्प के जरिये भी भारत में कुछ लोगों की जासूसी की गई. इस मामले में व्हाट्सएप्प का कहना है कि व्हाट्सएप्प के डेटा को हैक नहीं किया जा सकता.

व्हाट्सएप्प का डेटा एन्ड टू एन्ड एन्क्रिप्टेड है. कहने का मतलब है कि आप जो भी कॉलिंग या चैटिंग करते हैं उसे बीच में कहीं कोई और न सुन सकता है और न पढ़ सकता है क्योंकि एन्क्रिप्शन के जरिये उसे अलग कोड फॉर्मेट में ट्रांसलेट कर फिर ट्रांसफर किया जाता है. जिसे सेकेंड एन्ड पर उपलब्ध यूजर के मोबाइल में पुनः डिक्रिप्ट कर यानी कि सरल भाषा जो हम आप समझते हैं. इसमें कन्वर्ट करके दिखाया जाता है. बीच रास्ते में कोई भी व्हाट्सएप्प का डेटा हैक नहीं कर सकता.
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लेकिन आपके मोबाइल का क्या ?
पेगासस या कोई भी हैकर आपके मोबाइल से तो डेटा चोरी कर ही सकता है. आपको बता दें कि व्हाट्सएप्प द्वारा बनाया गया लोकल बैकअप जो आपके मोबाइल और आपके जी मेल के सर्वर में सेव होता है वह कभी भी एन्क्रिप्टेड फॉर्म में नहीं होता.
हैकर या पेगासस जैसे स्पाईवेयर के हाथ अगर आपका व्हाट्सएप्प बैकअप डेटा लगा तो वो उसे आसानी से पढ़ सकता है. तो अगर व्हाट्सएप्प यह दावा करता है कि उसके मैसेज को हैक नहीं किया जा सकता तो यह दावा गलत है. व्हाट्सएप्प का डेटा आपके मोबाइल बैकअप या आपके ईमेल बैकअप से चुराया जा सकता है और पढ़ा भी जा सकता है.
पिछले महीने यह खबर आई थी कि व्हाट्सएप्प अब बैकअप को भी एन्क्रिप्ट करने की तैयारी कर रहा है. लेकिन अभी तक ऐसा संभव नहीं हो पाया है. जानकारी के अनुसार जल्द ही व्हाट्सएप्प यह फीचर ला सकता है. यह ऑप्शन आपके व्हाट्सएप्प सेटिंग में चैट बैकअप के पास बैकअप एन्क्रिप्शन एक नया ऑप्शन आ सकता है. फिलहाल यह ऑप्शन नहीं है और यही व्हाट्सएप्प का एक सबसे बड़ा लूप होल है.
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