Ranchi : वृद्धावस्था में पेंशन बुजुर्गों के लिए बहुत राहत देती है. कई बार जब पेंशन मिलने में दो-तीन महीने दरी होती है तो बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा विभाग के चक्कर लगाते देखा जा सकता है. कई तो चलने में भी असमर्थ होते हैं. फिर भी किसी तरह वे तीसरे तल्ले तक चढ़कर पेंशन की जानकारी लेने पहुंचते हैं. शुक्रवार को काटांटोली से पैदल चलकर कुवांरी टोपनो पिछले दो-तीन महीने से पेंशन नहीं मिलने की जानकारी लेने सामाजिक सुरक्षा विभाग पहुंच रही है.
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तीसरा तल्ला चढ़ते फूलने लगी थी सांसे
करीब 65 की उम्र में वह वृद्धा शुक्रवार को अपनी लड़खड़ाती पांवों के सहारे जब पेंशन विभाग ढ़ूंढ़ रही थी तो वह काफी सजग तो थी ही, उसके चेहरे पर चिंता के भाव भी थे कि कहीं वह भटक न जाये.जल्दी-जल्दी पहला तल्ला चढ़ने के बाद तीसरे तल्ले तक उनकी सांसे फुलने लगी थी. पर इसकी चिंता किये वगैर वह विभाग तक पहुंची और उन्होंने पेंशन के बारे में जानकारी ली. उनसे कहा गया कि केंद्र से मिला आवंटन खत्म हो गया है, जनवरी तक आपका पूरा पैसा आ जाएगा. यह सुन उसकी आंखों में तसल्ली के भाव थे, पर जल्द पेंशन न मिलने का मलाल भी था.
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ऐसे समय के लिए ही पैसे बचाकर रखी थी – कुंवारी
पूछने पर पता चला कि कुंवारी घर में अकेले रहतीं है. लॉकडाउन से पहले वह स्कूल में काम करतीं थी. पर अब उम्र अधिक होने के कारण वह काम करने में असमर्थ है. उन्होंने बताया कि देख-रेख करने के लिए कभी-कभी भतीजे आते हैं. पेंशन को वह बुढ़ापे का एक बहुत बड़ा सहारा मानती है. उन्होंने बताया कि जबतक काम करती थी, इसी दिन के लिए पैसे बचाती थी. काम करने के दौरान कुछ पैसे ऐसे समय के लिए ही बचाकर रखा था. इसके अलावा पेंशन मिलने से कई चीजों में मदद मिल जाती है.
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