NewDelhi : जज जमानत देने से क्यों डरते हैं, यह CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने साफ किया है. कहा कि जमीनी स्तर पर न्यायाधीश निशाना बनाये जाने के डर से जमानत देने में हिचकते हैं. बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक अभिनंदन समारोह में शनिवार को सीजेआई बोल रहे थे. अभिनंदन समारोह में सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, जमानत देने के लिए जमीनी स्तर पर अनिच्छा के कारण न्यायपालिका में जमानत के ढेरों आवेदन लंबित हैं. न्यायाधीश जमानत देने को लेकर अनिच्छुक हैं, इसलिए नहीं कि वे अपराध को नहीं समझते हैं. लेकिन जघन्य मामलों में जमानत देने के लिए निशाना बनाये जाने का डर उनमें समाया रहता है.
Judges at grassroots reluctant to grant bail for fear of being targeted: CJI
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— ANI Digital (@ani_digital) November 20, 2022
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समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे
जान लें कि समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे. उन्होंने तबादलों को लेकर कई वकीलों के सीजेआई से मिलने पर चिंता जाहिर की. रिजिजू ने कहा, मैंने सुना है कि कुछ वकील ट्रांसफर के संबंध में सीजेआई से मिलना चाहते हैं. यह एक व्यक्तिगत मुद्दा हो सकता है, लेकिन अगर यह कॉलेजियम द्वारा हर निर्णय को पलटने के लिए किया जा रहा है, तो ऐसा नहीं होना चाहिए.बता दें कि कि सीजेआई चंद्रचूड़ 9 नवंबर को भारत के 50वें CJI बने. उनका कार्यकाल 10 नवंबर 2024 तक होगा. उन्होंने 9 नवंबर को सेवानिवृत्त हुए मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित का स्थान लिया.
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