New Delhi : कांग्रेस मोदी सरकार पर संसद के शीतकालीन सत्र में हल्ला बोलेगी. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में गुरुवार को 10 जनपथ पर कांग्रेस की स्ट्रैटजी ग्रुप की बैठक हुई. सोनिया गांधी ने इस बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में 18 प्वाइंट पर चर्चा हुई. इनमें 4 मुद्दे ऐसे रहे, जिन पर कांग्रेस मोदी सरकार पर संसद के शीतकालीन सत्र में हल्ला बोलेगी. पीएम मोदी ने 3 कृषि कानून वापस लेने का फैसला कर दिया है. ऐसे में बस शीतकालीन सत्र में MSP पर अलग कानून बने, इसी सत्र में MSP कानून पर मुहर लगे और ये पास हो जाये. इस पर कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस रहेगा. वहीं कांग्रेस गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की भी मांग करेगी. जिस तरह जरूरी सामानों की कीमत बढ़ी है, उस पर भी कांग्रेस केंद्र सरकार को संसद में घेरेगी. वहीं भारत और चीन में जो विवाद की खबरें हाल में सामने आई थी, इस पर भी कांग्रेस केंद्र सरकार को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश करेगी. बैठक में राहुल गांधी और रणनीति समूह के अन्य सदस्य शामिल हुए. पिछली बार की तरह इस बार भी सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है.
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लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने के मुद्दे को उठायेगी
इस बैठक के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी, मानिक टैगोर, रवनीत सिंह बिट्टू, के सुरेश, आनंद शर्मा सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे थे. वहीं, मनीष तिवारी अपने क्षेत्र से वीडियो कॉल के जरिए जुड़े थे. बैठक खत्म होने के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया, कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक में आज हमने फैसला किया है कि हम संसद में कई मुद्दे को उठाएंगे, जिसमें महंगाई, पेट्रोल-डीजल की कीमतें, चीनी आक्रामकता के मुद्दे और जम्मू कश्मीर का मुद्दा शामिल है. उन्होंने कहा, संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को कांग्रेस किसान मुद्दा जिसमें एमएसपी शामिल होगा और लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने के मुद्दे को उठाएगी. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम संसद में इन मुद्दों पर विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए अपने प्रयासों के तहत विभिन्न दलों के नेताओं को बुलाएंगे.
आखिर ममता बनर्जी हमारी पार्टी के नेताओं को कैसे तोड़ सकती हैं?
बैठक में तृणमूल कांग्रेस के पाले में कांग्रेसी नेताओं के जाने पर भी खूब बहस हुई. जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा आखिर ममता बनर्जी हमारी पार्टी के नेताओं को कैसे तोड़ सकती हैं? वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा के संसद के अंदर जनता का हित सबसे ऊपर है. सबको साथ ले कर चलेंगे. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मीडिया से बातचीत करते हुए टीएमसी के मुद्दे पर कहा कि सभी दलों को साथ लेकर चलेंगे. चाहें वह टीएमसी के हों या किसी और पार्टी के हों.
टीएमसी ने की थी कांग्रेस पर मेगा स्ट्राइक
तृणमूल कांग्रेस अपनी विस्तारवादी रणनीति के तहत कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा चुकी है. इसके अलावा गोवा के राजनीतिक गलियारे में टीएमसी ने पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरियो को अपने खेमे में लाकर कांग्रेस में बड़ी सेंध लगा दी है, तो वहीं दूसरी तरफ मेघालय में तृणमूल कांग्रेस की सर्जिकल स्ट्राइक ने पूरी कांग्रेस को खाली कर दिया है. बता दें कि मेघालय में पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा समेत कांग्रेस पार्टी के 17 में 12 विधायक तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए हैं.