Vishrampur (Palamu) : भारतीय जनता पार्टी द्वारा झारखंड के प्रत्येक विधानसभा में जमीनी हकीकत जानने के लिए भाजपा के आलाकमान व प्रदेश नेतृत्व जगह-जगह रायशुमारी कर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोल रहे हैं. जिससे पार्टी सही कैंडिडेट को टिकट देकर विधायक बना सके. लेकिन इससे इतर विश्रामपुर विधानसभा में काफी हो हल्ला महासंग्राम मचा. शुभे मैरेज हॉल रेहला में आयोजित भाजपा की रायशुमारी बैठक हुई, भाजपा के वरिष्ठ नेता ब्रजेंद पाठक का पार्टी में बढ़ता कद देखकर विश्रामपुर विधायक रामचंद्र चन्द्रवंशी को बर्दाश्त नहीं हुआ. जिससे विधायक ने अपने कार्यकर्ताओं को ब्रजेंद पाठक की पीछे लड़ने के लिए लगा दिया. ये बातें भाजपा नेता सह विश्रामपुर विधायक प्रत्याशी ब्रजेंद पाठक ने कही.
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विधायक के गुंडों व पुत्र ने किया दुर्व्यवहार – पाठक
ब्रजेंद पाठक बिमोड़ पर मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि पार्टी की रायशुमारी में विधायक के पाले हुए गुंडों ने मेरे हाथ से माइक छीन ली और दुर्व्यवहार किया गया. बताया कि रायशुमारी में विधायक व विधायक पुत्र डॉ ईश्वर सागर चंद्रवंशी द्वारा उनके साथ जैसा दुर्व्यवहार किया गया, उसने गुंडागर्दी की सारी हदों को पार कर दिया. ब्रजेंद पाठक ने आरोप लगाया कि पहले मेरे हाथों से माइक छीनी गयी, फिर रातोंरात विधायक ने अपने लोगों का नाम आगे करवा दिया, इतना ही नहीं कमेटी में जो सदस्य नहीं थे, उनका भी नाम जुड़वाकर वोटिंग करवाया गया.
बदेंद्र पाठक ने बताया कि विधायक ने बिनोद गुप्ता को घर से खींचकर मारने की बात कही, जो भाजपा की नीति व सिद्धांतों के खिलाफ है. भाजपा के वरिष्ठ नेता ब्रजेंद पाठक ने विधायक एवं विधायक पुत्र की आलोचना करते हुए भविष्य में ऐसा नहीं करने को लेकर आगाह किया. उन्होंने कहा कि भाजपा अनुशासन की पार्टी है, इसमें विश्रामपुर विधायक जैसे लोगं को पार्टी में कैसे रखा गया है, यह समझ से परे है. क्योंकि विश्रामपुर विधायक भाजपा के अनुशासन में नहीं रहते हैं और ना ही विधायक पुत्र ईश्वर सागर चंद्रवंशी ही पार्टी के नियमों व अनुशासन का पालन करते हैं.
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