Ranchi: आज विश्व रैबीज डे हैं. यानी की लोगों को रैबीज के प्रति जागरूक करने का दिन. इस दिवस को हर साल थीम के अनुसार मनाया जाता है. इस वर्ष रैबीज के प्रति लोगों के अंदर के डर को खत्म करने और सही जानकारी सामने रखने के लिए “थीम” रैबीज: तथ्य और डर रखा गया है. हालांकि राजधानी रांची के लिए एक राहत भरी बात है कि यहां रैबीज के एक भी मरीज नहीं हैं. जिले में रैबीज को लेकर जागरूकता भी है. यही कारण है कि कुत्तों व अन्य जानवरों के काटने के बाद लोग रैबीज का इंजेक्शन लेने के लिए अस्पताल आते हैं.
अब तक 24 हजार 139 लोगों को लगाया गया एंटी रैबीज का इंजेक्शन
रांची में प्रतिमाह चार हजार से अधिक लोग कुत्ता काटने की शिकायत के बाद एंटी रैबीज का टीका लेने पहुंचते हैं. इनमें नए मरीजों के अलावा पुराने मरीज भी होते हैं. हालांकि कोरोना के दौरान रैबीज का टीका लेने वाले लोगों की संख्या बहुत कम हो गई थी. मार्च और अप्रैल के महीने में एक सौ से भी कम लोगों को एंटी रैबीज का टीका दिया गया था. वहीं मई के महीने में 1782 लोगों को एंटी रैबीज का टीका लगाया गया. जनवरी से लेकर 20 सितंबर तक 24139 लोगों को एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया.
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कोरोना काल में आंकड़े अन्य सालों के अपेक्षा थोड़े कम- उपाधीक्षक
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एस मंडल के अनुसार, कोरोना काल में आंकड़े अन्य वर्षों की अपेक्षा थोड़ी कम हैं. कोविड से पूर्व 2019 में एक साल में 40 हजार के करीब लोगों ने एंटी रैबिज का टीका लिया था. उन्होंने बताया कि इस साल रैबिज का टीका लेने वालों में 84% कुत्तों के काटने व 16% के करीब बिल्ली व दूसरे जानकारों के काटने वाले मरीज शामिल हैं.
कैसे पहचाने इंसानों में रैबीज के लक्षण
इंसानों में रैबीज के लक्षण कुत्ता काटने के दस साल बाद भी हो सकता है. अचानक से बेचैनी होने लगे, खाना-पानी निगलने में दिक्कत होने लगे. सांस लेने में तकलीफ होने लगे तो यह रैबीज के लक्षण हो सकते हैं. डॉक्टरों के अनुसार कुत्ता या बंदर काट ले तो तुरंत इलाज करा लेना चाहिए. काटे हुए स्थान पर दस से पंद्रह मिनट तक साबुन या डिटौल से बेहतर से साफ करें. डॉक्टरों के अनुसार जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन या एआरवी के टीके लगवाएं. अगर कुत्ता काट ले और अधिक घाव हो जाये तो टांका न लगवाएं, जख्म वाले जगह पर मिर्च न बांधें.
रांची में किस महीने कितने लोगों ने लिया एंटी रैबीज का टीका
जनवरी: 3752
फरवरी: 3341
मार्च: कोरोना के कारण प्रभावित
अप्रैल: कोरोना के कारण प्रभावित
मई: 1782
जून: 4102
जुलाई: 3981
अगस्त: 4032
20 सितंबर तक: 3149
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