UP : भारतीय रेसलिंग फेडरेशन (WFI) की रविवार को अयोध्या में एनुअल जनरल मीटिंग (सालाना आम सभा) बैठक होने वाली थी. लेकिन अचानक आज बैठक रद्द करने का निर्णय लिया गया. बैठक 4 हफ्ते के लिए टाल दी गयी है. दरअसल खेल मंत्रालय ने शनिवार को रेसलिंग फेडरेशन की सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी. जिसकी वजह से बैठक रद्द की गयी है. (पढ़ें, 23 जनवरी से फिर कंपायेगी ठंड, बारिश के साथ बर्फबारी का अलर्ट)
WFI (Wrestling Federation of India) AGM, which was supposed to start at 10 am today in Ayodhya, has been called off
— ANI (@ANI) January 22, 2023
काफी अहम मानी जा रही थी कुश्ती संघ की बैठक
पहलवानों के धरने के बाद इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा था. इस बैठक में फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी हिस्सा लेने वाले थे. जारी संग्राम के बीच उम्मीद की जा रही थी कि आज बृजभूषण सिंह कोई फैसला ले सकते हैं. . माना जा रहा था कि बृजभूषण कार्यकारिणी के सदस्यों के सामने अपना पक्ष रख सकते हैं. बृजभूषण के सियासी करिअर के लिहाज से भी यह बैठक काफी अहम माना जाता है. हालांकि अब ऐसा नहीं होगा.
इसे भी पढ़ें : विधायक कैश कांड : कांग्रेस के तीनों विधायक को ईडी ने दोबारा भेजा समन
WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी को किया निलंबित
बता दें कि शनिवार शाम खेल मंत्रालय ने WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को अनुशासहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया था. इसके साथ ही पहलवानों के आरोपों की जांच पूरी होने तक WFI की गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गयी थी. खेल मंत्रालय की इस रोक के कारण ही अयोध्या में आज होने वाली बैठक रद्द कर दी गयी. खेल मंत्री ने इस मामले पर एक निगरानी कमेटी का गठन करने का निर्णय लिया था. यह कमेटी 4 सप्ताह में अपनी जांच पूरी करेगी और WFI और उसके प्रमुख के खिलाफ लगाये गये सभी आरोपों की गहन जांच करेगी.
इसे भी पढ़ें : नक्सली कृष्णा की गिरफ्तारी के विरोध में भाकपा माओवादी का बंद, झारखंड पुलिस अलर्ट
महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने बृजभूषण पर यौन शोषण का लगाया आरोप
बृजभूषण शरण सिंह पर महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाये हैं. उन पर भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद छोड़ने का दवाब बनाया जा रहा है, लेकिन वह इस्तीफा देने को राजी नहीं हैं. खेल मंत्रालय ने सभी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाते हुए WFI को गोंडा (यूपी) में चल रहे रैंकिंग टूर्नामेंट को रद्द करने का निर्देश दिया था. मंत्रालय ने इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों से लिए गये प्रवेश शुल्क को वापस करने के निर्देश भी दिये थे.
इसे भी पढ़ें : केंद्र को धोखा, पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट…
Leave a Reply