Jamshedpur: जमशेदपुर के निचले इलाकों में यास तूफान की वजह से भारी तबाही हुई है. खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है. खरकई के तटीय इलाके में बसी गरीब नवाज कॉलोनी के लगभग 300 लोगों को आश्रयगृह ले जाया गया. वहीं बाढ़ में फंसे 20 लोगों को बोट से बाहर निकालकर आश्रयगृह पहुंचाया गया. उपायुक्त सूरज कुमार ओर एसएसपी एम तमिल वाणन ने नदी किनारे बसे इलाकों का जायजा लिया और लोगों से आश्रयगृहों में शरण लेने की अपील की.
डीसी-एसपी ने किया तटीय क्षेत्रों का दौरा
डीसी और एसएसपी ने बागबेड़ा, सोनारी स्थित दोमुहानी, जुगसलाई और नदी से सटे अन्य इलाकों का दौरा कर नदी में बढ़े जलस्तर को लेकर वहां का जायजा लिया. इसके साथ ही जलजमाव वाले क्षेत्रों में भी जाकर लोगों को विशेष सावधानी बरतने को कहा. अधिकारियों ने खरकई नदी के तट पर बसे जुगसलाई नगर परिषद स्थित गरीब नवाज कालोनी का निरीक्षण किया. उपायुक्त ने प्रभावित क्षेत्रों में झुग्गी-झोपड़ी व कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों को नसीम मैरेज हॉल और ईदगाह मैदान (राहत शिविर) में सुरक्षित रूप से कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ठहराने का निर्देश दिया.
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बोट से निकाले गये बाढ़ में फंसे लोग
खरकई नदी में जलस्तर बढ़ने पर घरों में फंसे लोगो के लिए उपायुक्त ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बोट उपलब्ध कराया. इसके साथ ही जिन लोगों के पास अपना पक्का व सुरक्षित मकान है, उन्हे घरों में रहने का दिशा-निर्देश दिया गया. उधर जुगसलाई नगर परिषद द्वारा राहत शिविरों में ठहरे सभी पुरुष, स्त्री व बच्चे के लिए नाश्ता में चूड़ा, गुड़ व दोपहर में भोजन उपलब्ध कराया गया है. राहत शिविरों में सभी लोगो को मास्क व सैनिटाइजर भी दिया गया है.