NewDelhi : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर बाद अचानक दिल्ली पहुंचे. सीएम योगी दिल्ली में केंद्र सरकार और भाजपा के बड़े चेहरों से मुलाकात करेंगे. इस क्रम में योगी गृहमंत्री अमित शाह से मिले. खबरों के अनुसार योगी कल शुक्रवार सुबह 10:45 से पीएम मोदी से और उसके बाद जेपी नड्डा से 12:30 बजे मुलाकात करेंगे.
सीएम योगी आज दोपहर 3.30 बजे दिल्ली पहुंचे. दिल्ली में ही उनकी रात गुजरेगी. बताया जा रहा है कि इन मुलाकातों के दौरान उत्तर प्रदेश चुनाव की रणनीति पर चर्चा हो सकती है. साथ ही यूपी संगठन और मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा के कयास लग रहे हैं. सूत्रों की मानें तो एके शर्मा को लेकर भी कोई फैसला संभव है.
इसे भी पढ़ें : प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक बुद्धदेव दासगुप्ता नहीं रहे, बांग्ला फिल्म जगत में शोक की लहर, मोदी, ममता ने शोक जताया
देर रात स्वतंत्रदेव और सुनील बंसल के साथ हुई बैठक
जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कल देर रात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल के साथ बैठक की. हालांकि बैठक के बारे में सरकार की तरफ से कहा गया कि यह हर महीने होने वाली रूटीन बैठक थी. बैठक में शामिल होने सुनील बंसल हेलीकॉप्टर से लखनऊ पहुंचे थे.
सूत्र बताते हैं कि बैठक और हाल के दिनों में सियासी क़यासों के बारे में रिपोर्ट देने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली गये हैं. पिछले एक महीने के घटनाक्रम परबात करें तो उत्तर प्रदेश भाजपा में तमाम सियासी अटकलों का बाजार गर्म रहा है. भाजपा और आरएसएस के बड़े नेताओं का लखनऊ दौरा भी चर्चा में रहा.
इसे भी पढ़ें : DGHS की गाइडलाइन, बच्चों को रेमडेसिविर की जरूरत नहीं, 5 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क न लगायें
यूपी चुनाव को लेकर मंथन
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. चुनाव से पहले भाजपा के अंदरखाने खींचतान की खबरें सामने आयी थी. खींचतान की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी के सबसे करीबी एके शर्मा को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने को लेकर बताई जा रही थी. इस संबंध में भाजपा और आरएसएस के नेताओं ने लखनऊ में माथापच्ची भी की थी. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि एके शर्मा को लेकर दिल्ली में बैठे आलाकमान और यूपी दरबार के बीच तारतम्य ठीक से नहीं बैठ पा रहा है.
इसे भी पढ़ें : 2019-20 में कमाई के मामले में भाजपा अव्वल, डोनेशन में मिले 750 करोड़, कांग्रेस महज 139 करोड़ रुपये ही जुटा पायी
मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगनी शुरू हो गयी थी
लखनऊ में भाजपा और आरएसएस नेताओं की बैठक के बाद दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भाजपा की बड़ी बैठक हुई थी. दिल्ली में एक तरफ मोदी बैठक कर रहे थे तो लखनऊ में यूपी भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुलाकात कर रहे थे. इस मुलाकात के बाद फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगनी शुरू हो गयी थी, लेकिन फिर से इसे टाल दिया गया. इस क्रम में योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू में केंद्रीय राजनीति की महत्वकांक्षा और मंत्रिमंडल विस्तार या नेतृत्व परिवर्तन को सिरे से खारिज कर दिया था.