Lucknow : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल शनिवार को सदन में रामचरित मानस पर चल रहे विवाद पर मुखर हुए. समाजवादी पार्टी पर हमलावर होते हुए योगी ने सुंदरकांड की पंक्ति ढोल गंवार शूद्र पशु नारी, सकल ताड़न के अधिकारी का अर्थ समझाया. सीएम ने साफ कहा कि शूद्र का आशय जाति से नहीं, श्रमिक वर्ग है. कहा कि संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर भी कह चुके हैं कि दलित समाज को शूद्र न कहो.
लक्ष्मण जी प्रभु श्रीराम को धनुषबाण देते हैं
सीएम ने रामचरित मानस के सुंदरकांड की इस चौपाई को सुनाते हुए कहा कि यह प्रसंग तब आता है, जब भगवान राम लंका जाने के लिए समुद्र से तीन दिन तक रास्ता मांगते हैं, तब बोलते हैं.. भय बिन होय न प्रीत.. लक्ष्मण जी प्रभु श्रीराम को धनुषबाण देते हैं. भगवान राम तीर का सम्मान करके समुद्र को चेतावनी देते हैं तो समुद्र खड़ा होकर कहता है. तब यह पंक्ति है…
प्रभु भल कीन्ह मोहि सिख दीन्ही, मरजादा पुनि तुम्हारी कीन्ही.
ढोल गंवार शूद्र पशु नारी, सकल ताड़न के अधिकारी
शूद्र का आशय श्रमिक वर्ग से है, किसी जाति विशेष से नहीं
सीएम योगी ने कहा कि ढोल वाद्ययंत्र है, गंवार से आशय अशिक्षित से है, शूद्र का आशय श्रमिक वर्ग से है, किसी जाति विशेष से नहीं. बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर भी कह चुके हैं कि दलित समाज को शूद्र न बोलो. समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि यह भी पता है कि आपने बाबा साहेब के प्रति क्या व्यवहार किया. उनके नाम पर बनी संस्थाओं का नाम बदल दिया. आपने तो घोषणा भी की थी कि हम आयेंगे तो बाबा साहेब के स्मारकों को हटाकर टेंट हाउस-मैरिज हॉल खोल देंगे. कहा कि आप सामाजिक न्याय की बात करते हैं.
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नारी का अर्थ-नारीशक्ति से है
नारी का अर्थ-नारीशक्ति से है. मध्यकाल में जब यह रचा गया तो महिलाओं की स्थिति क्या थी, किसी से छिपा हुआ नहीं है. सीएम ने कहा कि रामचरित मानस अवधी में रची गयी. अवधी का वाक्य है.. भया एतने देर से ताड़त रहा, यहां ताड़त का अर्थ देखने से है. सीएम ने बताया कि संत तुलसीदास का जन्म चित्रकूट के राजापुर गांव में हुआ था.
बुंदेलखंड के परिप्रेक्ष्य में देखेंगे तो वाक्य है… भइया मोरे लड़िकन को ताड़े रखियो यानी देखभाल करते रहो. संरक्षण करके शिक्षित-प्रशिक्षित करो. आरोप लगाया कि सपा के कार्यालय संत तुलसीदास के खिलाफ अभियान चलाकर मानस जैसे पावन ग्रंथ का अपमान कर रहे हैं.
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जिसकी मर्जी आये, वह हिंदुओं का अपमान कर ले…
सीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने तुलसीदास का अपमान व रामचरित मानस को फाड़ने का प्रयास किया. यह कृत्य किसी अन्य मजहब के साथ हुआ होता तो क्या स्थिति होती. जिसकी मर्जी आये, वह हिंदुओं का अपमान कर ले, अपने अनुरूप शास्त्रों की विवेचना कर ले. सीएम ने कहा आप(सपा) पूरे समाज को अपमानित करना चाहते हैं.
समाजवादी पार्टी 100 करोड़ हिंदुओं को अपमानित कर रही है
सीएम ने समाजवादी पार्टी से कहा कि गौरव की अनुभूति होनी चाहिए कि यूपी राम और श्रीकृष्ण की धरती है, गंगा-यमुना और संगम की धऱती है. कहा कि यूपी की धरती पर रामचरित मानस और वाल्मीकि रामायण जैसे पवित्र ग्रंथ रचे गये. आप उसे जलाकर देश-दुनिया के 100 करोड़ हिंदुओं को अपमानित कर रहे हैं. ऐसी अराजकता को कोई कैसे स्वीकार कर सकता है. मुझे एक पंक्ति याद आती है… जाके प्रभु दारुण दुख दीन्हा, ताके मति पहले हर लीन्हा…़
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