दिल्ली AIIMS के 30 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव, सर गंगाराम के 37 पहले ही हो चुके हैं संक्रमित

New Delhi : देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. 9 अप्रैल को देश में 1.31 लाख से ज्यादा मरीज मिले हैं. खासकर दिल्ली और महाराष्ट्र में तो हालात बहुत खराब हैं. इसी बीच दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एम्स के 30 से ज्यादा डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं. मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक, सभी पॉजिटिव हो चुके डॉक्टर्स कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके थे.

वहीं इससे पहले दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 37 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हुए थे. जिसमें से 32 डॉक्टर्स होम क्वारंटीन हैं. जबकि पांच का इलाज अस्पताल में चल रहा है. डॉक्टर्स के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सर गंगा राम हॉसेप्टल के चेयरमैन डॉ. डीएस राणा को समीक्षा के लिए बुलाय़ा है. ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके.

पहली बार इस साल 7 हजार के पार हुए केस

दिल्ली में तोजी से कोरोना मरीजों के बढ़ने के साथ ही 24 घंटे में 7,437 नये मरीज मिले हैं. ये आंकड़ा दिल्ली में 139 दिनों के बाद आयी है. जब मरीजों का आंकड़ा 7 हजार पार पहुंच गया है. दिल्ली में कोरोना का ये आंकड़ा पिछले साल 19 नवंबर को था. जब वहां एक दिन में कोरोना के 7,546 नये मरीज मिले थे.
वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, संक्रमण दर भी 6.1 फीसदी से बढ़कर 8.1 फीसदी हो गयी है. क्योंकि पिछले कुछ ही हफ्तों में केस तेजी से बढ़ा है.

दो गज दूरी और मास्क है जरूरी - गुलेरिया

दिल्ली में बढ़ते मामलों को लेकर AIIMS के निदेशक रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना वैक्सीन इम्यूनिटी बढ़ाता है, वो संक्रमण से नहीं बचाता. साथ ही बताया कि एफिकेसी ट्रायल के पैमाने पर वैक्सीन 70 से 80 प्रतिशत ही खरा था. जिसका मतलब ये है कि सिर्फ 20 से 30 फीसदी लोग ही ऐसे हैं, जो वैक्सीन लेने के बाद भी ज्यादा सुरक्षित नहीं हो पायेंगे. गुलेरिया ने कहा कि मास्क के साथ दो गज की दूरी का नियम ही पूरी तरह से कोरोना से बचा सकता है.