पंकज मिश्रा के ऑडियो वायरल होने के बाद अंकुश के माइनिंग प्लांट पर प्रशासन का छापा

Ranchi/Sahebganj: शुक्रवार को एक ऑडियो वायरल होता है. ऑडियो में दो शख्स बात कर रहे हैं. ऑडियो में चर्चा साहेबगंज जिले में पुलिस के ट्रांसफर और पोस्टिंग की हो रही है. सब इंस्पेक्टर रामहरीश निराला और कारोबारी अंकुश राजहंष की आवाज है. वायरल ऑडियो में बार-बार हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का नाम लिया जा रहा है. कहा जा रहा है कि पांच लाख रुपए लेने के बाद भी पंकज मिश्रा ने सब इंस्पेक्टर रामहरीश निराला की पोस्टिंग नहीं की. बार-बार उन्हें टाल दिया जा रहा है. ऑडियो में अंकुश और सब इंस्पेक्टर किसी ढाहू के बारे भी बात कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि पंकज मिश्रा के इशारे पर ढाहू जिले को कंट्रोल में लिए हुए है.

लगातार डॉट इन में खबर प्रकाशित होने के बाद मचा हड़कंप

लगातार डॉट इन में खबर प्रकाशित होने के बाद साहेबगंज जिले में हड़कंप है. सब इंस्पेक्टर निराला और कारोबारी अंकुश दोनों ने वीडियो जारी कर वायरल ऑडियो के बात की है. सब इंस्पेक्टर ऑडियो को फर्जी तो अंकुश ऑडियो को सही बता रहा है. इधर ऑडियो वायरल होने के बाद अंकुश की मुश्किलें बढ़ गयी है. प्रशासन की तरफ से उसके माइनिंग प्लांट पर छापेमारी की गयी है.

वायरल ऑडियो की वजह से हुई छापेमारी, मेरी जान को भी खतराःअंकुश

वायरल ऑडियो को लेकर लगातार डॉट इन ने अंकुश से बात की. उन्होंने बताया कि ऑडियो की वजह से ही उनके माइनिंग प्लांट पर पंकज मिश्रा के इशारे पर प्रशासन की तरफ से छापेमारी की जा रही है. अंकुश का कहना है कि पंकज मिश्रा जिले में काफी पावरफुल हैं. ऑडियो की वजह से मेरी जान को भी खतरा है. वो इतने बेबस है कि इस अपनी सुरक्षा के लिए वो प्रशासन के पास भी नहीं जा सकते. प्रशासन पूरी तरह से पंकज मिश्रा के कंट्रोल में है.

एसडीएम की मौजूदगी में छापेमारी

साहेबगंज जिले के तालझारी थाना क्षेत्र के सकरीगली गदवा मौजा स्थित मुंगेरीलाल यादव उर्फ प्रकाश चंद यादव के प्लांट पर प्रशासन की तरफ से छापेमारी की गयी. प्रशासन का कहना है कि छापेमारी माइंस से ट्रक और डंपर बिना माइनिंग चालान के पत्थर के चिप्स की ढुलाई की जा रही थी. मौके पर एसडीएम हरिवंश पंडित और डीएसपी अरविंद कुमार सिंह मौजूद थे. यह माइंस अंकुश राजहंष का है. जिनकी आवाज पंकज मिश्रा वाले वायरल ऑडियो में है. एसडीएम और डीएसपी की तरफ से थाना प्रभारी को निर्देश देते हुए कहा कि अम्माडिहा के पास पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर बिना चालान के आने-जाने वाले गाड़ियों पर शक्ति से निगरानी की जाए. बताया जा रहा है कि यहां से काफी संख्या में बिहार, बंगाल और झारखंड के अन्य जिलों में भारी पैमाने पर बिना चालान के अवैध तरीके से भारी संख्या में पत्थर, चिप्स लोड वाहनों का संचालन दिन एवं रात के अंधेरे में होता है.

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