फुले' की रिलीज पर रोक से भड़के अनुराग कश्यप, लिखा -कोई मुझे समझाओ असली बेवकूफ कौन

Lagatardesk :  फिल्म निर्माता और अभिनेता अनुराग कश्यप ने फिल्म ‘फुले’ के रिलीज की रोक को लेकर सेंसर बोर्ड और सरकार पर सीधा निशाना साधा है. हाल ही में  उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक लंबा-चौड़ा नोट लिखते हुए अपनी निराशा जताई है   https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/04/Untitled-4-24-272x181.jpg"

alt="" width="272" height="181" />   उन्होंने अपने इंस्टा स्टोरी में लिखा-  मेरी जिंदगी का पहला नाटक ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले पर था. अगर जातिवाद नहीं होता तो ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले भी नहीं होते और उन्हें लड़ने की जरुरत नहीं पड़ती. अब इस समुदाय को इसे स्वीकार करने में क्या दिक्कत है या फिर ये अपने आपको अलग समझते हैं. अब मुझे समझाइए कि आखिर बेवकूफ कौन है.   दरअसल, सीबीएफसी ने 7 अप्रैल को निर्माताओं को `यू` प्रमाणपत्र दिया था .और उनसे कई संशोधन करने को कहा था, जिसमें `मांग`, `महार` और `पेशवाई` जैसे शब्दों को हटाना, साथ ही ‘तीन हजार साल पुरानी गुलामी’ को ‘कितने साल पुरानी गुलामी’ में बदलना शामिल था, जिसके बारे में निर्देशक अनंत महादेवन ने कहा कि उन्होंने इसका अनुपालन किया है. प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की फिल्म ‘फुले’ 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, हालांकि, एक समुदाय के विरोध के बाद इस फिल्म की रिलीज टाल दी गई. अब यह 25 अप्रैल को रिलीज हो सकती है. यह फिल्म समाज सुधारक ज्योतिराव गोविंदराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है.