वीजा रिन्यू में देरी होने पर पकड़ा गया सुनील मीणा
गौरतलब है कि बीते 28 अक्टूबर 2024 को सुनील मीणा उस समय पकड़ा गया था, जब वो अजरबैजान के एक होटल में ठहरा हुआ था. उसका वीजा एक्सपायर हो गया था और वीजा रिन्यू में होने में दो घंटे की देरी हो गयी थी. इसी दौरान वीजा चेकिंग ऑफिस ने सुनील मीणा को डिटेन किया. उसके बाद से उसे अजरबैजान के डिटेनेशन सेंटर में रखा गया है.लंबे समय से झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था सुनील मीणा
सुनील मीणा को इंटरपोल ने अजरबैजान देश से पकड़ा है. हालांकि झारखंड पुलिस ने अब तक सुनील मीणा की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है. झारखंड एटीएस के अनुरोध पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. जिसके बाद वह अजरबैजान से पकड़ा गया. बता दें कि सुनील मीणा लंबे समय से झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था.डंकी रूट के जरिये यूएसए गया था सुनील मीणा
गौरतलब है कि झारखंड पुलिस की एटीएस ने सुनील मीणा का पासपोर्ट रद्द करा दिया है और वह एटीएस के डीएसपी व एसआई साहू को गोली मारने से जुड़े मामले में वांछित है. राजस्थान पुलिस और दिल्ली स्पेशल सेल की जांच में यह बात सामने आयी है कि पासपोर्ट रद्द होने के बाद सुनील मीणा डंकी रूट के जरिये सिंगापुर, ईरान, मेक्सिको होते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में दाखिल हुआ था. वह वहीं से अमन साहू गैंग के लिए पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के आपराधिक गिरोहों से रिक्रूटमेंट का काम कर रहा था.राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले का रहने वाला है सुनील
सुनील मीणा मूल रूप से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के घडसाना के नयी मंडी का रहने वाला है. सुनील लॉरेंस बिश्नोई गैंग के विश्वस्त लोगों में रह चुका है.
वर्क वीजा पर भारत से मलेशिया गया सुनील कुआलालमपुर में रहने के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा, गोल्डी बरार और संपत नेहरा के जरिये लॉरेंस के संपर्क में आया और मलेशिया से ही अपराध की दुनिया में अपना जड़ जमाने लगा.
वह लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर राजस्थान और पंजाब के कई जिलों में हत्या, रंगदारी वसूली, फायरिंग जैसे घटनाओं को अंजाम दिलाने लगा.