1993 में बना है लोहा पुल
बोकारो थर्मल स्थित कोनार नदी पर लोहा का यह पुल 1993 में बनाया गया था. सीसीएल के गोविंदपुर परियोजना से कथारा और जारंगडीह रेलवे साइडिंग तक कोयला परिवहन के लिए पुल बनाया गया था. इस पुल निर्माण के पहले डीवीसी के बोकारो थर्मल आवासीय कॉलोनी होकर ही सीसेल की कोयला ट्रांसपोर्टिंग होती थी. ट्रक और डम्पर के आवागमन से डीवीसी कॉलोनी वासियों को काफी परेशानी होती थी. कॉलोनी वासियों के विरोध के कारण कोनार नदी पर 1993 में पुल का निर्माण कराया गया. पिछले 30 वर्ष से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग इस पुल से होकर हो रही है. लंबे अरसे से कोयला ढुलाई के कारण पुल जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है.डेढ़ साल पहले भी हुआ था क्षतिग्रस्त
7 सितंबर 2021 को भी यह पुल क्षतिग्रस्त हुआ था. 85 टन का हॉलपैक वाहन जो गोविंदपुर परियोजना से कथारा की ओर जा रही थी. भारी वजन होने के कारण पुल का किनारा ढह गया और हौलपेक वाहन फंस गया. चालक ने एहतियातन गाड़ी वहीं रोक दी. पुल पर हौलपेक के फंस जाने के कारण करीब 12 घंटे के तक आवागमन बाधित रहा था. ग्रामीणों का कहना था कि पिछले कई सालों से सीसीएल प्रबंधन ना तो पुल की मरम्मत करा रहा है ना सड़क का ही निर्माण करा रहा है. जिसके कारण दिन-ब-दिन पुल कमजोर होता जा रहा है. यह">https://lagatar.in/bokaro-thermal-karpoori-high-school-remembered-the-late-education-minister/">यहभी पढ़ें : बोकारो थर्मल : कर्पूरी हाई स्कूल में दिवंगत शिक्षा मंत्री को किया गया याद [wpse_comments_template]