इंजीनियर की पिटाई से मजदूर की टूटी अंगुली, शिकायत दर्ज
कार्यालय के लगाये चक्कर
मृतक की पत्नी लीला देवी ने कहा कि पहले बारिश के कारण मिटटी का घर गिर गया. जिस दिन घर गिरा, उस समय परिवार के सभी सदस्य वहीं सो रहे थे. जहां छप्पर गिरा, वहां कोई नही था. अलबता बडी घटना हो सकती थी. संतोष रविदास उसी समय से मुखिया से लेकर संबंधित अधिकारियों से संपर्क किये. उन्होंने पीएम या अम्बेडकर आवास दिलाने की मांग की. लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नही हो सकी. उसके तीन छोटे छोट बच्चे हैं. लीला देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास के लिए 2011 के डाटा में उसका नाम भी है. इसके बावजूद भी उसे आवास नही मिल रहा है. छप्पर गिरने के बाद गांव वालों ने तत्काल उन्हें सामुदायिक भवन में आसरा दिया है. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक इन्हें सरकार की ओर से आवास नही मिल जाता तब ये सभी सामुदायिक भवन में रहेंगे. बीडीओ कपिल कुमार ने कहा कि इस संबंध में किसी ने संपर्क नही किया है. अब जानकारी मिल गई है. शीध्र ही उन्हें आवास मुहैया कराया जायेगा. सीओ ओमप्रकाश मंडल ने तत्काल उन्हें आपदा राहत कोष से सहायता देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि श्राद्धकर्म के लिए उन्हें खाद्य सामाग्री भी मुहैया कराया जायेगा. इसे भी पढ़ें-बेरमो">https://lagatar.in/bermo-police-bulldozer-fired-in-illegal-brick-kiln/16217/">बेरमो: अवैध ईट भट्ठे में चला पुलिस का बुलडोजर