‘स्टील-ए-थॉन’ सीज़न 8 का खिताब भुवनेश्वर के एक्सआईएमबी ने जीता, 2.50 लाख का नगद ईनाम

Jamshedpur / Mumbai : टाटा स्टील ने भारत के प्रमुख बी-स्कूलों के लिए अपने बहुप्रतीक्षित वार्षिक बिजनेस चैलेंज ’स्टील-ए-थॉन’ के सीजन-8 के विजेताओं की घोषणा कर दी है. 7 अक्टूबर को आयोजित वर्चुअल ग्रैंड फिनाले के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जहां नेशनल फाइनलिस्ट में जगह बनाने वाली कुल 9 टीमों ने जूरी के समक्ष अपने बिजनेस केस सॉल्यूशन प्रस्तुत किए. एक्सआईएमबी, भुवनेश्वर विजेता बना. विजेता टीम को एक ट्रॉफी के साथ 2,50,000 रुपये की पुरस्कार राशि मिली. आईआईएम, शिलांग ने फर्स्ट रनरअप का स्थान हासिल किया, वहीं आईआईएम शिलांग और एससीएमएचआरडी पुणे संयुक्त सेकेंड रनरअप घोषित किए गए. फर्स्ट और सेकेंड रनरअप को क्रमशः 1,50,000 रुपए और 1,00,000 रुपए के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए. इन टीमों को पीपीओ (प्री-प्लेसमेंट ऑफर) और सर्टिफिकेट भी मिले. सभी नेशनल फाइनलिस्ट को कंपनी के इंस्पायर प्रोग्राम के तहत 30,000 रुपए, एक प्रमाण पत्र और इंटर्नशिप के अवसर दिए गए.

27 प्रमुख बी-स्कूलों से 5800 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए

पीयूष गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट, सप्लाई चेन, प्रवीण श्रीवास्तव, चीफ ऑफ मार्केटिंग ऐंड सेल्स (ब्रांडेड प्रोडक्ट्स ऐंड रिटेल), फ्लैट प्रोडक्ट्स और जुबिन पालिया, चीफ ग्रुप एचआर एंड आईआर टाटा स्टील की अध्यक्षता वाले जूरी में टाटा स्टील के वरीय प्रबंधन शामिल थे. स्टील-ए-थॉन 2021 में भारत के लगभग 27 प्रमुख बी-स्कूलों से तीन-तीन सदस्यों की टीम के रूप में पंजीकृत 5800 से अधिक विद्यार्थियों की रिकॉर्ड भागीदारी देखी गई. प्री-फिनाले के लिए कुल 1170 से अधिक टीमों ने एक्जीक्यूटिव समरी प्रस्तुत किया.प्रविष्टियों की कठोर परीक्षा के बाद, प्री-फ़ाइनल राउंड के लिए 40 टीमों का चयन किया गया. आखिर में 9 टीमों ने फाइनल में जगह बनाई.

फाइनल में नौ टीमों ने आइडिया और जुनून का प्रदर्शन किया

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर ’स्टील-ए-थॉन’ का समापन एक वर्चुअल ग्रैंड फिनाले में हुआ, जिसमें शीर्ष 9 टीमों यानी नेशनल फाइनलिस्टों ने दृढ़ संकल्प, जुनून और नये आइडिया का प्रदर्शन किया. टीमों ने अपनी योग्यता साबित करने के लिए प्रतिस्पर्धा की और टाटा स्टील द्वारा दी जाने वाली पुरस्कार राशि, प्रमाण पत्र और प्लेसमेंट ऑफर के अलावा खिताब पर अपना दावा ठोका. फाइनलिस्टों ने नौ ‘रियल लाईफ बिजनेस केस स्टडीज’ पर काम किया और जूरी के सामने अपने अभिनव समाधान प्रस्तुत किए. प्रस्तुत किए गए नौ समाधानों में से दो टीमों ने प्रोक्योरमेंट व सप्लाई चेन (ऑपरेशंस), तीन टीमों ने मार्केटिंग व सेल्स, दो टीमों ने ह्यूमैन रिसोर्स और दो टीमों ने कॉर्पाेरेट कम्युनिकेशंस पर केस स्टडी के लिए समाधान प्रस्तुत किए.

यह प्रतिभा प्रदर्शित करने का बड़ा मंच: पीयूष गुप्ता

पीयूष गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट, सप्लाई चेन, टाटा स्टील और जूरी के सदस्य ने कहा, “प्रत्येक गुजरते साल के साथ, प्रमुख बी-स्कूलों के ज्यादा से ज्यादा आकांक्षी छात्र-छात्राएं स्टील-ए-थॉन के साथ जुड़ रहे हैं. यह मंच उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और अपने पियर्स से सीखने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है. इस वर्ष की कुछ प्रस्तुतियां वास्तव में सर्वश्रेष्ठ इनोवेशन और बिजनेस थिंकिंग थीं. हम स्टील कंपनी में युवा प्रतिभाओं का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं और एक बेहतर कल के निर्माण में उनकी भागीदारी की आशा करते हैं.”

रिकॉर्ड भागीदारी बिजनेस चैलेंज की बढ़ती लोकप्रियता को दिखाती है: अत्रेयी

अत्रेयी सान्याल, वाइस प्रेसिडेंट, एचआरएम, टाटा स्टील ने कहा, “हमें इस संस्करण में रिकॉर्ड भागीदारी देख कर खुशी हो रही है. यह स्टील-ए-थॉन बिजनेस चैलेंज की बढ़ती लोकप्रियता और पिछले आठ वर्षों में इसके विकास का प्रमाण है. प्रतिभाशाली युवा मस्तिष्कों, शिक्षाविदों और कॉर्पाेरेट के बीच इस तरह के अद्भुत सहयोग को देखकर खुशी हो रही है. मैं विजेताओं को बधाई देती हूं और इस अविश्वसनीय यात्रा को संभव बनाने में शामिल सभी प्रतिभागियों, जूरी और अन्य सभी के प्रति आभार व्यक्त करती हूं.’’ [wpse_comments_template]