दरअसल जब विपक्ष के विधायक सदन में हंगामा कर रहे थे, तब नीतीश कुमार ने उन्हें अपनी सीट पर बैठने का आग्रह किया और कहा कि अगर किसी की हत्या हुई है, तो उसकी जांच होगी. उन्होंने कहा कि हम आज ही एक-एक चीज के बारे में जानकारी लेंगे.
नीतीश कुमार ने राबड़ी की तरफ इशारा करते हुए पहले इनके पति की सरकार थी. इसके बाद तो इन्हीं को गद्दी में बैठा दिया. सीएम ने आरोप लगाया कि लालू-राबड़ी के कार्याकाल में कितना हिंदू-मुस्लिम विवाद होता था.
लेकिन आज तक आप लोग कोई काम नहीं किये हैं. किसी को बचाये नहीं हैं. सब काम हमलोग किये हैं. जो काम हो रहा है वो 19 साल से हो रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ पब्लिसिटी चाहता है.
नीतीश ने राबड़ी पर हमला बोलते हुए कहा कि पति (लालू) का सस्पेंशन हुआ तो आप सीएम बन गयी. सिर्फ परिवार के सदस्य को पद दिया जा रहा है. इसका कोई वैल्यू है.
इस दौरान राबड़ी देवी ने भी आरोप लगाया कि अशोक चौधरी आज फिरौती लेते हैं, पहले कांग्रेस को लूटते थे और अब जेडीयू में लूट कर रहे हैं. उनके इस बयान के बाद राबड़ी देवी और अशोक चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक हो गयी. सदन में भारी हंगामे के बाद सभापति ने विपक्षी सदस्यों को पहली पाली के लिए बाहर जाने का आदेश दिया.
https://twitter.com/ANI/status/1902639424271438052सदन के बाहर आरजेडी विधायक राबड़ी देवी ने कहा कि राज्य में बलात्कार, चोरी और डकैती की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन सत्ता पक्ष उन्हें विधानसभा में इन मुद्दों को उठाने नहीं देता. उन्होंने कहा कि अगर हम जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठायेंगे, तो हम क्या करें? नीतीश कुमार बार-बार मेरे पति का जिक्र करते हैं, जबकि हम सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं. राबड़ी देवी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार उनके सवालों का जवाब देने से भाग रहे हैं और मीडिया से आग्रह किया कि ईडी, नीतीश कुमार और पीएम से पूछें कि ईडी ने उनसे क्या पूछा. https://twitter.com/ANI/status/1902639428377747739