एक ही मामले पर दो पत्र जारी होने से भ्रमित हैं कुछ समाज के लोग
बीजेपी नेताओं ने कहा है कि उपायुक्त ने 24 अप्रैल को जिले के सभी निर्वाची पदाधिकारियों को सूचना दी थी कि भारत सरकार द्वारा झारखंड के कुछ जातियों को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में अधिसूचित किया जाना है. इसके फिर उपायुक्त ने 5 मई को पत्र जारी किया और सूचना दी कि 24 अप्रैल को जारी किये गये पत्र को विलोपित किया जाता है. बीजेपी ने कहा कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा एक ही विषय को लेकर दो अलग-अलग आदेश जारी करना न सिर्फ चतरा जिला अंतर्गत मतदाताओं में संदेह पैदा करता है, बल्कि वैसे सारे प्रत्याशी जो खरवार, भोगता, देशवारी, गंझू, दौतलबंदी, पटबंदी, राउत, मझिआ, खैरी, तमाडिया एवं पुरान समाज से आते हैं, वे भी भ्रमित हैं.उपायुक्त पर कार्रवाई के साथ स्थिति स्पष्ट की जाए
बीजेपी नेताओं ने कहा कि डीसी द्वारा जारी दो अलग-अलग पत्र के संदर्भ में न सिर्फ उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, बल्कि तत्काल राज्य निर्वाचन आयोग इस संदर्भ में अद्यतन स्थिति भी स्पष्ट करे, ताकि चतरा जिला के सभी मतदाता एवं प्रत्याशी अपने आपको ठगा महसूस न करें. इसे भी पढ़ें – मौसम">https://lagatar.in/ranchi-the-fight-of-the-house-reached-the-court-the-husband-said-i-will-keep-it-in-a-rented-house-i-will-take-it-to-my-maternal-house-from-time-to-time-then-the-wife-agreed/">मौसमजमशेदपुर: बंगाल की खाड़ी व ओडिसा तट से 10 मई को टकराएगा “असमी”, झारखंड में दिखेगा असर [wpse_comments_template]