कन्फ्यूजन दूर हुआ और कोडिंग से हुआ लगाव
उसने 2020 में ग्रेजुएशन पूरा किया. कोरोना महामारी का दौर चुनौती की तरह बीता. नौकरी के बेहतर मौके उपलब्ध नहीं होने के कारण वह परेशान रहने लगी. इसी दौरान उसने न्यूटन स्कूल के फुल स्टैक डेवलपमेंट में दाखिला लिया और कोडिंग से लगाव हो गया. वह दिन-रात मेहनत से पढ़ाई करती थी. जॉब इंटरव्यू की तैयारी के लिए निशु ने सिर्फ 20 दिनों में 50-60 मॉक टेस्ट अटेंड किए. आखिरकार मेहनत रंग लाई और भारत के सबसे बड़े रीसेलर मार्केटप्लेस मीशो में 20 लाख प्रतिवर्ष पैकेज में नौकरी मिली. निशउ ने बताया कि शुरुआत में तो वह बहुत असुरक्षित थी और कोडिंग और इंटरव्यू रिजेक्शन से डरती थी. पर अब एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर बनने के बाद उसकी सैलरी उसके परिवार के कुल आमदनी से अधिक है. यह">https://lagatar.in/bokaro-plant-a-sapling-on-special-occasions-dr-as-gang">यहभी पढ़ें : बोकारो : ख़ास मौकों पर एक पौधा ज़रूर लगाएं : डॉ.एएस गंगवार [wpse_comments_template]