बोकारो: वेतन समझौते को लेकर 6 मई को हड़ताल पर जाएंगे मजदूर, जानिए वजह

Bokaro: पे-रिवीजन में हो रही देरी तथा मजदूरों की अन्य मांगों को लेकर ट्रेड यूनियन संघर्ष मोर्चा 6 मई को हड़ताल पर जाएंगे. क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ, बोकारो इस्पात कामगार यूनियन, इस्पात मजदूर मोर्चा संयुक्त रूप से पीसी कर अपनी बात रखी. वहीं क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के महामंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि, सेल के मजदूरों का वेतन समझौता 1 जनवरी 2017 से लंबित है. जिसकी लगातार मांग उठती रही है. लेकिन नवंबर 2020 तक एनजेसीएस की एक भी बैठक प्रबंधन द्वारा नहीं बुलाई गई. बैठक हुई भी तो मजदूरों को सिर्फ आश्वासन मिला. वेतन समझौता के लिए कोई ठोस प्रस्ताव देने के पहले ही एरियर का भुगतान नहीं करने, 10 वर्षों के लिए समझौता करने और ग्रेजुएटी राशि पर सीलिंग लगाने जैसे कई शर्त पहले ही प्रबंधन ने रख दिया है.

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मजदूरों की मांग पर प्रबंधन ने किया हाथ खड़ा

वहीं 27 फरवरी की बैठक में काफी दबाव के बाद मिनिमम गारंटीड बेनिफिट 10 फीसदी फिक्स्ड पर्क स्केल के शुरुआती बेसिक-पे का 10 फीसदी देने और 10 वर्षों के लिए वेतन समझौता करने का प्रस्ताव प्रबंधन ने दिया था. हालांकि इस प्रस्ताव को सभी मजदूर प्रतिनिधियों ने सिरे से खारिज कर दिया था. इसके बावजूद 16 और 31 मार्च की बैठक में प्रबंधन अपने पूर्व प्रस्ताव से एक भी इंच बढ़ने से इनकार कर दिया था. जबकि यूनियनों ने एक साझा प्रस्ताव प्रबंधन के सामने रखा. जिसमें एमजीबी कम से कम 15% पर्क एक्यूल बेसिक का 35% और सेल पेंशन स्कीम में 9% का अंशदान देने की मांग की बात थी. लेकिन मनमानी की सभी हदें पार करते हुए प्रबंधन ने कह दिया हमारे पास अब देने के लिए कुछ भी नहीं है.

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मजदूरी के लिए संघर्ष !

सभी यूनियनों द्वारा ठेका मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने के लिए बार-बार आग्रह किया गया. बावजूद प्रबंधन अनसुना रवैया अपनाए हुए हैं. जबकि सेल का उत्पादन, उत्पादकता और मुनाफा बढ़ाने में ठेका मजदूरों की भूमिका अहम रही है. कोरोना महामारी के दौरान जान की बाजी लगाकर सेल का उत्पादन और मुनाफा को उत्कर्ष पर पहुंचाने वाले मजदूर प्रबंधन का अपमान जनक प्रस्ताव मानने के लिए तैयार नहीं हैं. वेतन समझौता में ज्यादा देरी के कारण मजदूर पहले ही बहुत नुकसान उठा चुके हैं. अब और उठाने के लिए तैयार नहीं हैं.

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6 मई 2021 को सुबह 6 बजे से 24 घंटे की हड़ताल

मजदूरों में अब आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. बोकारो भिलाई इस्को बर्नपुर माइंस आदि में मजदूर रोज आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा द्वारा औद्योगिक विवाद कानून 1947 की उपधारा एक की धारा 22 के तहत सम्मानजनक वेतन समझौता के लिए 6 मई 2021 को सुबह 6 बजे से 24 घंटा के लिए हड़ताल में जाने का निर्णय लिया गया है. हड़ताल में सेल के सभी प्लांटों खदानों के मजदूर भाग लेंगे. जिसके लिए 20 अप्रैल को बोकारो स्टील प्रबंधन को नोटिस दिया जाएगा.

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इस प्रेस वार्ता में क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के राजेंद्र सिंह के अलावा बोकारो इस्पात कामगार यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह इस्पात मजदूर मोर्चा से संयुक्त महामंत्री बीडी प्रसाद व अन्य यूनियनों के सदस्य मौजूद थे.

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