13 साल का टूटा रिकॉर्ड, कोरोना काल में भारतीयों ने स्विस बैंक में जमा किये 20,700 करोड़

LagatarDesk : कोरोना काल में जहां कई लोगों के रोजगार छिन गये हैं. देश की अर्थव्यवस्था नेगेटिव में पहुंच गयी. वहीं दूसरी तरफ कोरोना काल कई भारतीय रईसों और कंपनियों ने स्विस बैंक में अपनी जमापूंजी बढ़ायी है. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक द्वारा सालाना डेटा में यह पता चला है. 2020 में भारतीय रईसों और कंपनियों ने स्विस बैंक में 2.55 अरब स्विस फ्रैंक यानी 20,700 करोड़ रुपये जमा किया है. यह पिछले 13 सालों में सबसे अधिक है. ये आंकड़ा थोड़ा हैरान करने वाला जरूर है, लेकिन सच है.

2019 तक स्विस बैंकों में भारतीयों का 6,625 करोड़ था जमा

डेटा के अनुसार, 2019 के अंत में स्विस बैंकों में भारतीयों और भारतीय कंपनियों की जमा रकम करीब 89.9 करोड़ फ्रैंक्स यानी 6,625 करोड़ रुपये थी. वहीं साल 2020 के आखिर तक यह बढ़कर 20,706 करोड़ रुपए हो गयी. इस रकम में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक कस्टमर डिपॉजिट और 3100 करोड़ रुपये से ज्यादा दूसरे बैंकों के जरिये डिपॉजिट हुए हैं. इसके अलावा 16.5 करोड़ रुपये ट्रस्ट के जरिये और लगभग 13500 करोड़ रुपये बॉन्ड, सिक्योरिटीज व विभिन्न वित्तीय विकल्पों के जरिये जमा किये गये हैं. इसे भी पढ़े : बिहार">https://lagatar.in/big-decision-of-bihar-board-failed-in-10th-and-12th-216063-candidates-passed-without-compartmental-examination/91653/">बिहार

बोर्ड का बड़ा फैसला, 10वीं और 12वीं में फेल 2,16,063 परीक्षार्थी बिना कंपार्टमेंटल परीक्षा के पास

2006  में स्विस बैंकों में 6.5 अरब के रिकॉर्ड स्तर पर था जमा

रिपोर्ट के मुताबिक, 2006 में भारतीयों और कंपनियों ने स्विस बैंक में रिकॉर्ड पैसा जमा किया था. उस दौरान स्विस बैंक में भारतीयों का जमा करीब 6.5 अरब स्विस फ्रैंक्स थीं. हालांकि साल 2011, 2013 और 2017 के वर्षों को छोड़ बाकि सालों में गिरावट देखी गयी. साल 2018 में भारत और स्विट्जरलैंड के बीच एक समझौते हुआ था. इसके मुताबिक भारत और स्विट्जरलैंड एक-दूसरे के टैक्स मामलों से जुड़ी जानकारियां साझा करते हैं. इसके तहत पहली बार 2018 में स्विट्जरलैंड ने भारतीय नागरिकों का विस्तृत वित्तीय जानकारी साझा की थी. इसे भी पढ़े : संसदीय">https://lagatar.in/parliamentary-committee-said-on-twitter-not-your-policy-law-of-country-is-paramount-follow-indian-laws/91626/">संसदीय

समिति ने ट्विटर से कहा, आपकी नीति नहीं, देश का कानून सर्वोपरि है, भारतीय कानूनों का पालन करें [wpse_comments_template]