अमेरिका का सिटीबैंक भारत से कारोबार समेट रहा है, देश में 35 शाखाएं, 4000 कर्मचारी हैं

NewDelhi : अमेरिका का प्रमुख वित्तीय संस्थान सिटीबैंक भारत में उपभोक्ता बैंकिंग कारोबार समेट रहा है.  सिटीबैंक ने गुरुवार को भारत में उपभोक्ता बैंकिंग कारोबार से बाहर निकलने की घोषणा की है.  बता दें कि भारत में सिटीबैंक की कुल 35 शाखाएं हैं. उसके उपभोक्ता बैंकिंग कारोबार में करीब 4,000 कर्मचारी काम करते हैं.

सिटीबैंक ने भारत सहित कुल 13 देशों से उपभोक्ता बैंकिंग कारोबार से बाहर निकलने  की बात कही है. खबरों के अनुसार सिटीबैंक ने वैश्विक रणनीति के तहत यह कदम उठाया है. जान लें कि बैंक के इस कारोबार में क्रेडिट कार्ड, खुदरा बैंकिंग, आवास ऋण और संपत्ति प्रबंधन शामिल हैं.

बैंक के 4,000  कर्मचारियों का क्या होगा?

 सिटीबैंक के इस कदम के बाद एक बड़ा सवाल है कि आखिर अब इस बैंक के 4,000  कर्मचारियों का क्या होगा? इस संबंध में सिटीबैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशु खुल्लर ने कहा है कि इस फैसले का भारत में बैंक के ऑपरेशंस और बैंक के कर्मचारियों पर कोई असर नहीं होगा. यानी बैंक के कर्मचारी काम करते रहेंगे और साथ ही बैंक अपने सभी क्लाइंट को पहले की तरह ही सेवाएं देता रहेगा.

सिटीबैंक के कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित है!

हालांकि अभी तो सिटीबैंक के कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित है, लेकिन सवाल है कि आने वाले सालों में कंपनी के कर्मचारियों का क्या होगा? सिटीबैंक के अनुसार वह भारत में सिटीबैंक के ऑपरेशंस के लिए एक खरीदार की तलाश कर रहा है.  बैंक के कुछ अधिकारियों के अनुसार सिर्फ बैंक भारत से बाहर जा रहा है ना कि वह भारत में उपभोक्ता बिजनस को बंद कर रहा है. ऐसे में सिटीबैंक के भारत से बाहर जाने के फैसले का असर बैंक के स्टाफ या बैंक के ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा.

 सिटीबैंक इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव आशु खुल्लर के अनुसार उनके ऑपरेशंस में तत्काल कोई बदलाव नहीं आया है और इस घोषणा से हमारे साथियों पर तत्काल कोई असर नहीं होगा. हम अपने ग्राहकों की समान भाव से सेवा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि आज की घोषणा से बैंक की सेवाएं और मजबूत होंगी.

सिटीबैंक को 2019-20 में 4,912 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था

संस्थागत बैंकिंग कारोबार के अलावा, सिटी अपने मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, चेन्नई और गुरुग्राम केंद्रों से वैश्विक कारोबार पर ध्यान देता रहेगा.  सिटीबैंक को वित्त वर्ष 2019-20 में 4,912 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 4,185 करोड़ रुपये था. बता दें कि सिटीबैंक ने 1902 में भारत में प्रवेश किया था. सिटीबैंक  1985 में बैंक ने कंज्यूमर बैंकिंग बिजनस शुरू किया था.