झारखंड-बिहार के 10 जिलों के 11 शहरों में होगा नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल

Saurav Singh Ranchi/Patna :  पहलगाम घटना के बाद भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच 7 मई को देश भर में नागरिक सुरक्षा का मॉक ड्रिल किया जायेगा. झारखंड में 5 जिलों में 6 जगहों पर, जबकि बिहार में 5 जिलों में मॉक ड्रिल किया जायेगा,
जानकारी के मुताबिक, झारखंड में रांची, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर), गोड्डा व साहेबगंज जिले में मॉक ड्रिल किया जायेगा. इसके साथ ही बोकारो जिले के गोमिया में भी नागरिक सुरक्षा के मद्देनजर मॉक ड्रिल किया जायेगा. बिहार की बात करें तो पटना, कटिहार, पूर्णिया, बरौनी और बेगुसराय में मॉक ड्रिल किया जायेगा. मालूम हो कि देश के कुल 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा का मॉक ड्रिल एक साथ होगा. इसके मद्देनजर राज्यों की प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले इतने बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा ड्रिल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध से पहले आयोजित की गयी थी, जिसमें हवाई हमले की तैयारियां और ब्लैकआउट प्रोटोकॉल शामिल थे.
केंद्र सरकार ने पांच मई को मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया था. माना जा रहा है कि यह युद्ध से पूर्व होने वाला मॉक ड्रिल है. इसे भारत की तैयारियों को मजबूत करने के लिए एक बड़ा रणनीतिक कदम बताया जा रहा है. मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले के सायरन को संचालित करके, नागरिकों को प्रशिक्षण देकर, ब्लैकआउट प्रोटोकॉल लागू करके, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की घोराबंदी करके और लोगों को निकालने की योजनाओं का रिहर्सल करने को कहा गया है. ताकि खतरे को कम किया जा सके और समय पर जवाबी कार्रवाई की जा सके.
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. इस घटना में 25 पर्यटक समेत 26 लोग मारे गये थे. भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ अब तक कई कार्रवाई की है, जिनमें पाकिस्तान के नागरिकों को भारत से भेजने, सिंधु नदी का पानी रोकने और किसी भी तरह का व्यापार को बंद करने जैसी कार्रवाईयां शामिल हैं. इसके साथ ही भारत सरकार ने दुनिया के बड़े देशों को भी दो टूक लहजे में यह बता दिया है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया जायेगा और इस बार भारत किसी की नहीं सुनेगा. पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाईयों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के तीनों प्रमुखों के साथ कई बैठक कर चुके हैं. सेना को खुली छूट दे दी गयी है. इसके साथ ही मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक कर विपक्ष का विश्वास भी हासिल कर लिया है. विपक्ष ने भी सरकार को हर सहयोग करने की बात कही है.