जेएमएम-कांग्रेस के कुंभकर्ण
कुंभकर्ण 6 महीना सोता था और 6 महीना जागता था. जब वो 6 महीना जागता था तो केवल खाता ही रहता था, लेकिन जेएमएम-कांग्रेस-माले और इनके सहयोगी दलों के कुंभकर्ण तो 12 महीने ही खाते हैं. ये बालू, ईंट, पत्थर, कोयला और यहां तक की गरीबों का राशन भी खा गए. जेएमएम-कांग्रेस के कुंभकर्ण नल का पैसा भी खा गए. हम जय श्रीराम बोलते हैं तो जेएमएम और कांग्रेस के नेताओं के दिल में बड़ी तकलीफ होती है. तुष्टीकरण के कारण हेमंत सोरेन भी कहते हैं कि जय श्रीराम सुन-सुनकर मेरे कान पक गए हैं.राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं
शिवराज सिंह ने कहा कि राम हमारे अस्तित्व हैं. राम हमारे आराध्य हैं. राम हमारे प्राण हैं. राम हमारे भगवान हैं. राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं. राम हमारी सांसों में बसे हैं और राम के बिना ये देश जाना नहीं जा सकता है. ये गठबंधन के लोग सनातन का विरोध करते हैं. सनातन को समाप्त करना चाहते हैं. मैं कहना चाहता हूं कि भारत अत्यंत प्राचीन और महान राष्ट्र है. हमारी संस्कृति, जीवनमूल्य और परंपराओं की तरफ जो उंगली उठाएगा उसको किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा.संथाल की चेंज हो गई है डेमोग्राफी
संथाल परगना में डेमोग्राफी चेंज हो गई है. पहले यहां आदिवासियों की आबादी 44% थी, लेकिन अब घटकर केवल 28% रह गई है. यहां विदेशी घुसपैठिए आकर बस गए हैं. झारखंड में भाजपा की सरकार बनते ही नागरिकता का रजिस्टर बनाया जाएगा और विदेशी घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा. झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में 2 लाख 87 हजार खाली पड़े सरकारी पदों को भरने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी. कहा कि पहले ही साल डेढ़ लाख नौकरियां दी जाएंगी. कैलेंडर बनाकर तय किया जाएगा कि कब परीक्षा होगी, कब रिजल्ट आएगा और कब युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे. 5 लाख नए स्वरोजगार सृजित किए जाएंगे. इसके अलावा ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को अच्छी नौकरी की तैयारी के लिए हर महीने 2 हजार रूपए की राशि दी जाएगी. हेमंत सोरेन ने युवा नौजवानों को छला है, लेकिन भाजपा युवाओं को पूरा न्याय देगी. इसे भी पढ़ें - कश्मीर">https://lagatar.in/kashmir-is-an-integral-part-of-india-even-the-fourth-generation-of-rahul-gandhi-cannot-bring-back-article-370-amit-shah/">कश्मीरभारत का अभिन्न अंग, राहुल गांधी की चौथी पीढ़ी भी धारा 370 नहीं ला सकती वापसः अमित शाह [wpse_comments_template]