- कहा- केंद्र सरकार ने दिल्ली को छावनी में तब्दील कर अघोषित आपातकाल किया लागू
- अग्निपथ योजना और ED की राहुल गांधी से चल रही लगातार पूछताछ का कांग्रेसी कर रहे विरोध
: प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों की वैकेंसी आने से पहले राजभवन के सामने धरना सत्याग्रह में भाग लेने वालों में प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, विधायक डॉ इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, कुमार जयमंगल, नमन विक्सल कोन्गाडी, अम्बा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज सिंह, सोना राम सिंकू, रामचन्द्र सिंह, भूषण बाड़ा, डॉ प्रदीप बलमुचू, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय जैसे नेता थे.
सच को दबाया नहीं जा सकता- राजेश ठाकुर
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने सत्य को ललकारा है. सत्य को आवरण की जरूरत नहीं है, न ही उसको दबाया जा सकता और न ही उसको झुकाया जा सकता. उन्होंने कहा कि सत्याग्रह आंदोलन को जब अंग्रेज नहीं दबा पाये तो ये मोदी सरकार क्या दबा पाएगी. इसे भी पढ़ें-रथ">https://lagatar.in/cm-remove-ban-from-rath-yatra-fair-government-should-reconsider-deepika-pandey-singh/">रथयात्रा मेला से प्रतिबंध हटाएं सीएम, पुनर्विचार करे सरकार : दीपिका पांडेय सिंह उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके नेतृत्व को झुकाने के लिए मोदी सरकार आठ साल से जोर लगा रही है. हम लोकतंत्र के सिपाही हैं, संविधान के रखवाले हैं. हम न दबेंगे, न डरेंगे और ना ही झुकेंगे.