शाही महल में चोरी का सुराग देनेवाला कुत्ता बना ‘कॉप ऑफ द मंथ’

Lagatar Desk: आमतौर पर बेहतर काम और उपलब्धि के लिए पुलिसकर्मियों को पुरस्कार और सम्मान दिये जाते हैं, लेकिन किसी कुत्ते को ‘कॉप ऑफ द मंथ’ का पुरस्कार मिलना थोड़ा उत्सुकता पैदा करता है. लेकिन शाही महल में लूट के मामले को हल करनेवाली रूबी नाम की यह पुलिस स्निफर डॉग इस सम्मान की पूरी तरह हकदार है. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में तैनात रूबी पहली पुलिस डॉग बन गयी है, जिसे ‘कॉप ऑफ द मंथ’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उसके साथ दो अन्य पुलिसकमिर्यों को भी यह सम्मान मिला है. रूबी ने सारंगढ़ रॉयल पैलेस लूट मामले में महत्वपूर्ण सुराग देने के साथ कई अन्य मामलों को हल करने में पुलिस की मदद की है. पत्रकारों से बात करते हुए, रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष सिंह ने कहा, “हर महीने अच्छा काम करनेवाले पुलिसकर्मियों को ‘कॉप ऑफ द मंथ’ पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाता है. उन्हें कुछ नकद राशि दी जाती है और विभिन्न थानों में उनकी तसवीर लगायी जाती है. “इस महीने रूबी के साथ दो अन्य पुलिसकर्मियों को यह सम्मान दिया गया है. इनमें से एक वीरेंद्र डॉग हैंडलर है. इसे भी पढ़ें- कोयंबटूर">https://lagatar.in/24-daughters-trapped-in-coimbatore-salary-3-5-thousand-12-hour-night-shift-work-done-in-sickness/10165/">कोयंबटूर

में फंसी 24 बेटियां, पगार 3-5 हजार, 12 घंटे की नाइट शिफ्ट, बीमारी में करना पड़ता काम सारंगढ़ पुलिस स्टेशन के तहत सारंगढ़ राजमहल में लगभग 6 लाख की कीमतवाली चांदी की दो ट्रे चोरी हो गयी थीं. रूबी की मदद से वीरेंद्र ने उन्हें बरामद किया और आरोपी को पकड़ लिया. रूबी एक स्निफर डॉग है, जिसे विस्फोटक पदार्थ, अवैध ड्रग्स, वन्यजीव स्कैट, मुद्रा, रक्त और अवैध मोबाइल फोन जैसे प्रतिबंधित इलेक्ट्रॉनिक पदार्थों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. अपने एक ट्वीट में छत्तीसगढ़ पुलिस ने लिखा है- “बस्तर के जोखिम भरे मार्गों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों की मदद करने में डॉग स्वालियड की भूमिका महत्वपूर्ण है. उनमें से, बुधारु, ओमू, बैजू और भूरी जैसी घरेलू नस्लों के स्निफर डॉग 20 फीट दूर से भी आईईडी का पता लगाते हैं. इसे भी पढ़ें- एचईसी">https://lagatar.in/hec-and-mecon-leave-foreign-companies-behind-state-of-the-art-equipment-made-for-isro/10142/">एचईसी

और मेकॉन ने विदेशी कंपनियों को छोड़ा पीछे, इसरो के लिए बनाया अत्याधुनिक उपकरण