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पानी को स्वच्छ कर दिया जाये तो बड़ा तालाब जीवित हो जायेगा : रवि
रवि कुमार ने कहा कि एक समय था, जब बड़ा तालाब के पानी से बड़ी आबादी उपयोग करती थी. लोग नहाने धोने का कार्य करते थे. लेकिन अब पानी काफी प्रदूषित हो गया है, इस कारण इस पानी का उपयोग करने से खुजली समेत अनेक बीमारियां हो जाती हैं. जिससे लोग इस पानी का उपयोग नहीं के बराबर करते हैं. उन्होंने कहा कि यह शहर का मुख्य तालाब है, क्योंकि इसके सौंदर्यीकरण में खर्च किया जाता है. सबसे पहले तो इस तालाब में गिरने वाले नाले को पानी को रोक कर पानी स्वच्छ किया जाता, ताकि शहर का तालाब स्वच्छता के साथ जीवित हो सके.तालाब का पानी स्वच्छ होगा तभी तालाब की सुंदरता निखरेगी : मुकुल
मुकुल कुमार ने कहा कि रांची का बड़ा तालाब भी एक तरह से शहर की पहचान है. अब तो इस तालाब में स्वामी विवेकानंद जी की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. इसे हर मौके पर सुंदर से सुंदर रूप दिया जाता रहा है. इसकी सुंदरता तब निखरेगी, जब इस तालाब के पानी को भी पूरी तरह से स्वच्छ करने का काम कर दिया जाये.तालाब का कायापलट किया, पानी को भी स्वच्छ करें: राजू
मो. राजू ने कहा कि रांची का बड़ा तालाब एक तरह से शहर की शान है. यह हमारे शहर के बीचो-बीच स्थित है. तालाब में पूर्व में बीच टापू बना हुआ था. जहां बीच टापू में पेड़ लगे हुए थे. उन पेड़ों पर पक्षियां अपने घोसले बना कर रहती थीं. नये युग के तौर पर तालाब का कायापलट किया गया, टापू की जगह स्वामी विवेकानंद जी की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई. अच्छी पहल है, लेकिन तालाब के पानी को भी तो स्वच्छ करने की जरूरत है. तभी तालाब को सौंदर्यीकरण करने का मकसद सही मायने में सफल होगा. इसे भी पढ़ें - DSPMU">https://lagatar.in/dspmu-guest-teacher-accused-of-harassing-women-banned-from-taking-classes/">DSPMUके अतिथि शिक्षक पर महिला प्रताड़ना का आरोप, कक्षा लेने पर लगी रोक [wpse_comments_template]