नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें इसमें कहा गया है कि दबाव के क्षेत्र के उत्तर की ओर बढ़ने तथा पूर्व-मध्य अरब सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व अरब सागर पर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने बताया कि चक्रवाती तूफान गुरुवार सुबह तक भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने और शुक्रवार शाम तक इसके प्रचंड रूप लेने की संभावना है. इस दौरान केरल-कर्नाटक तटों और लक्षद्वीप-मालदीव इलाकों में छह जून और कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र तट पर आठ से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. समुद्र में गये मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गयी है.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार तक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल जायेगा, समुद्र में ऊंची -ऊंची लहरें उठेंगी
New Delhi : भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज मंगलवार को कहा कि गुजरात में दक्षिणी पोरबंदर में दक्षिणपूर्व अरब सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है और चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. इस चक्रवाती तूफान को बिपरजॉय कहा जायेगा. यह नाम बांग्लादेश ने रखा है. मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा है कि निम्न दबाव का क्षेत्र सुबह साढ़े आठ बजे पश्चिम-दक्षिणपश्चिम गोवा से करीब 950 किलोमीटर, दक्षिण-दक्षिणपश्चिम मुंबई से 1,100 किमी, दक्षिण पोरबंदर से 1,190 किमी और पाकिस्तान में दक्षिण कराची से 1,490 किलोमीटर पर बना हुआ था. ">https://lagatar.in/category/desh-videsh/">
नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें इसमें कहा गया है कि दबाव के क्षेत्र के उत्तर की ओर बढ़ने तथा पूर्व-मध्य अरब सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व अरब सागर पर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने बताया कि चक्रवाती तूफान गुरुवार सुबह तक भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने और शुक्रवार शाम तक इसके प्रचंड रूप लेने की संभावना है. इस दौरान केरल-कर्नाटक तटों और लक्षद्वीप-मालदीव इलाकों में छह जून और कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र तट पर आठ से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. समुद्र में गये मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गयी है.
नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें इसमें कहा गया है कि दबाव के क्षेत्र के उत्तर की ओर बढ़ने तथा पूर्व-मध्य अरब सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व अरब सागर पर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने बताया कि चक्रवाती तूफान गुरुवार सुबह तक भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने और शुक्रवार शाम तक इसके प्रचंड रूप लेने की संभावना है. इस दौरान केरल-कर्नाटक तटों और लक्षद्वीप-मालदीव इलाकों में छह जून और कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र तट पर आठ से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. समुद्र में गये मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गयी है.