Ranchi : झारखंड में निषिद्ध मादक पदार्थों की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. इसी क्रम में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए जागरूकता प्रसारित करने के निमित मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में आयोजित किया है. चार दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम : यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 मई से 23 मई तक आयोजित किया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन गृह सचिव वंदना दादेल ने किया. प्रमंडलवार एक-एक दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें दक्षिणी छोटानागपुर, उत्तरी छोटानागपुर, संथाल परगना और कोल्हान एवं पलामू प्रमंडल के मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जाएगा. नशा मुक्ति के लिए जागरूकता जरूरी : प्रशिक्षण कार्यक्रम में निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों/कर्मियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है. मास्टर ट्रेनर निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए जागरूकता को सफल बनाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. विभिन्न विभागों की भूमिका : राज्य में नशा मुक्ति के लिए एसएचजी, एनवाईकेएस, युवा क्लब सहित अन्य संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वे नशे की शिकार युवाओं को नशामुक्ति के लिए किस तरह से सहायता दे सकते हैं. विभागों की भागीदारी : विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनर निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए जागरूकता को सफल बनाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. इनमें स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग और अन्य विभाग शामिल हैं. प्रशिक्षण के क्या हैं मुख्य विषय - निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग के प्रभाव - संभावित उपचार और कानून संबंधी जानकारी - जागरूकता को प्रभावशाली बनाने के स्थानीय स्तर पर उपाय - नशामुक्ति के लिए सहायता और समर्थन इसे भी पढ़े-भाजपा">https://lagatar.in/congresss-counter-attack-on-bjps-allegations-clarify-intentions-on-sarna-dharma-code/">भाजपा
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