धनबाद : अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन भी किया कार्य बहिष्कार, कोर्ट में पसरा सन्नाटा

Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) झारखंड स्टेट बार काउंसिल के आह्वान पर दूसरे दिन शनिवार 7 जनवरी को भी धनबाद बार एसोसिएशन के तमाम अधिवक्ताओं ने खुद को न्यायिक कार्यों से अलग रखा. फलस्वरूप धनबाद के चर्चित नीरज हत्याकांड की सुनवाई में भी व्यवधान हुआ. हालांकि पूर्व विधायक संजीव सिंह समेत अन्य आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश कुमार की अदालत में पेश किया गयाय परंतु अधिवक्ता की गैर मौजूदगी के कारण सुनवाई टल गई.

  43 जमानत अर्जी पर नहीं हुई बहस, अन्य काम भी रुके

इसके अलावा विभिन्न मुकदमों में 43 जमानत आवेदनों पर बहस करने के लिए भी अधिवक्ता हाजिर नहीं हुए. 37 गवाहों का प्रति परीक्षण नहीं किया जा सका तथा मेडिएशन सेंटर में भी सुलह समझौते का काम नहीं हुआ. स्टेट बार काउंसिल की स्टीयरिंग कमेटी के चेयरमैन राधेश्याम गोस्वामी व बार काउंसिल के मेंबर प्रयाग महतो ने कहा कि अधिवक्ताओं की एकता को सरकार नहीं तोड़ सकती. धनबाद में सभी अधिवक्ताओं ने आज भी खुद को न्यायिक कार्य से अलग रखा है.

 एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट सहित कई मांगें हैं लंबित

धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र सहाय, महासचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि एसोसिएशन ने आम जनता के हित में सरकार से कोर्ट फीस वृद्धि वापस लेने का आग्रह किया है. अधिवक्ताओं का बीमा,  अधिवक्ताओं के बीच से लोक अभियोजक की बहाली, अपर लोक अभियोजकों की संख्या बढ़ाने, कल्याण कोष का गठन करने, अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट जल्द लागू करने की मांग भी की गई है. 8 जनवरी को बार काउंसिल के साथ सभी जिला एसोसिएशन के अध्यक्ष और महासचिव की बैठक है. उस बैठक में जो भी निर्णय होगा, उसी के अनुसार कदम उठाया जाएगा. [wpse_comments_template]