शहर में सिर्फ 2500 ऑटो चलाना है, चल रहे 5 हजार
शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन चल रहे 5 हजार में से 2500 ऑटो पर रोक लगा दी थी. वहीं, ऑटो चालकों को शहर में प्रवेश के लिए बारकोड व रूट पास निर्गत किया गया था. इसके आधार पर सिर्फ ढाई हजार ऑटो ही प्रवेश कर सकते हैं. इसके लिए बाकायदे ऑटो को पास भी निर्गत किया गया. लेकिन कुछ दिनों बाद ही नियम टूटने लगे और धीरे-धीरे ऑटो चालकों की मनमानी बढ़ने लगी. बारकोड, रूटचार्ट सब फेल. सड़कों पर एक फिर पहले जैसे 5000 ऑटो फर्राटा भरने लगे हैं. इससे जाम की समस्या फिर बढ़ गई है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=289573&action=edit">यहभी पढ़ें : धनबाद: बीसीसीएल की निचितपुर कोलियरी में धू-धू कर जल उठा हाइवा [wpse_comments_template]