धनबाद : एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को 16 साल बाद मिला प्रोफेसर

वायरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैब को मिलेगी गति, बर्ड व आई फ्लू पर भी रिसर्च संभव
Dhanbad : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) को लगभग 16 वर्षों के बाद माइक्रोबायोलॉजी विभाग का प्रोफेसर मिला है. एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य डॉ डॉक्टर ज्योति रंजन प्रसाद ने 2 दिन पूर्व ही इस बाबत एक नोटिस जारी कर प्रोफेसर डॉ.विनय कुमार को को इस विभाग का विभाग अध्यक्ष बनाया है. उन्होंने सीनियर रेजिडेंट डॉ.सुजीत कुमार तिवारी से चार्ज लिया. विभाग को प्रोफेसर मिलने के साथ ही वायरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैब (वीआरडीएल) को गति मिलने की संभावना है. हाल के दिनों में फैले आई फ्लू व बर्ड फ्लू के साथ अन्य वायरल बीमारियों के रिसर्च में मदद मिलेगी. [caption id="attachment_734291" align="alignnone" width="272"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/08/DR.VINAY_-272x287.jpg"

alt="" width="272" height="287" /> डॉ.विनय कुमार, एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग[/caption]

16 वर्षों से खाली था पद

तब के पीएमसीएच और अब एसएनएमएमसीएच के तत्कालीन प्राचार्य सह माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ.एससी दास का स्थानांतरण वर्ष 2007 में महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जमशेदपुर में हो गया था. तब से यह यह विभाग प्रोफेसर विहीन था. हालांकि इसके बाद यह विभाग एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.एमपी सिंह के पास भी रहा. उनके सेवानिवृत्त होने के बाद से यह विभाग शिक्षक विहीन भी हो गया था.

कोविड काल में डॉ सुजीत ने संभाली थी कमान

सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ.सुजीत कोविड-19 अवधि में 2021-22 के दौरान एचओडी के रूप में विभाग में कार्यरत थे. उन्होंने सीमित कार्य बल और बिना प्रोफेसर के कोरोना काल में साहसिक कार्य किए थे. लेकिन लैब को सही से संचालित करने में कई तकनीकी दिक्कतें आई थी. ऐसे में अब माइक्रोबायोलॉजी विभाग को हेड़ मिलने के बाद लेबोरेटरी में रिसर्च कार्य को बढ़ावा मिलेगा. यह">https://lagatar.in/dhanbad-platform-of-gomo-railway-station-has-become-cattle-pasture-railway-administration-careless/">यह

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