50 प्रतिशत भी पूरा नहीं हुआ काम
शहरी जलापूर्ति योजना फेज टू का काम मार्च 2020 में शुरू हुआ था. 550 करोड़ रूपये की लागत से इस योजना का काम तीन साल में पूरा करना है. मैथन से भेलाटांड़ तक 45 किलोमीटर लंबी समानांतर पाइप बिछाने का काम चल रहा है. इसके अलावा भुईंफोड़ स्थित ढांगी पहाड़ पर संप निर्माण हो रहा है. इसके साथ ही भेलाटांड़ में 35 एमएलडी का एक नया वाटर रिजरवर भी बनाना है. लेकिन, अभी तक 50 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है. काम को देख कर कोई भी कह सकता है कि इस योजना का काम चार साल में भी पूरा नहीं होगा.89,196 घरों में पहुचांना है पीने का पानी
इस योजना के तहत शहरी और कुछ ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर 89 हजार 196 घरों में पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें शहर के स्टील गेट, जगजीवन नगर, कोलाकुसमा, पुराना बाजार, गांधी नगर, धनसार, जोड़ाफाटक, बैंकमोड़, बरटांड़, धैया, हीरापुर सहित निगम के कुल 20 वार्ड शामिल हैं . इसके साथ ही आसपास के कई ग्रामीण इलाके भी शामिल हैं .जलापूर्ति की क्या है वर्तमान स्थिति
शहर में अभी कुल 19 टावर हैं , जहाँ से धनबाद के लोगों के घरों में पीने का पानी पहुंचता है. मैथन डैम से पानी धनबाद पहुंचते- पहुंचते आधा चोरी हो जाता है. इसे निगम और पीएचईडी मिलकर भी रोकने में अभी तक नाकाम रहे हैं . यही वजह है कि वर्तमान में शहर के लोगों को सिर्फ एक वक्त ही पीने का पानी मिल रहा है. विकल्प के तौर पर तत्कालीन मेयर चन्द्रशेखर अग्रवाल ने मैथन से धनबाद तक समानान्तर पाइप बिछाने का निर्णय लिया. उनका दावा था कि नई पाइप बिछने से शहर के लोगों को 77 एमएलडी पानी मिलने लगेगा. इससे शहर के लोगों को दोनों वक्त पानी मिलेगा, साथ ही आसपास के ग्रामीण भी लाभान्वित होंगे. इसके बाद यह काम एल एंड टी कंपनी को दिया गया. जो जुड़को की देखरेख में योजना पर काम कर रही है. शहरी जलापूर्ति योजना का काम रुका नहीं है, काम चल रहा है. कुछ जगहों पर एनओसी की वजह से परेशानी आ रही है. सम्बंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समाधान करने का प्रयास हो रहा है- मो. अनीस कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निगम धनबाद यह भी पढें : टुंडी">https://lagatar.in/dhanbad-cane-bomb-recovered-from-tundi-police-disposed/">टुंडीसे केन बम बरामद, पुलिस ने किया डिस्पोज [wpse_comments_template]