को लुभा रहा हैं पेट्रो जलप्रपात, पर्यटन स्थल घोषित करने की हुई मांग)
मंगलवार को ईडी ने आलोक रंजन को किया था गिरफ्तार
बता दें कि आलोक रंजन को ईडी ने मंगलवार 11 अप्रैल देर शाम गिरफ्तार किया है. इससे पहले ईडी ने बीते 22 फरवरी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में इंजीनियर वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था. बीते 21 फरवरी को ईडी ने पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर छापेमारी थी. इस दौरान लगभग डेढ़ करोड़ के जेवरात के अलावा देश के कई शहरों में करोड़ों के निवेश के दस्तावेज बरामद किये गये थे. इसे भी पढ़ें : नीतीश">https://lagatar.in/nitish-kumar-met-rahul-gandhi-tejashwi-yadav-was-also-present/">नीतीशकुमार ने की राहुल गांधी से मुलाकात, तेजस्वी यादव भी रहे मौजूद
आलोक रंजन को 2019 में झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने किया था गिरफ्तार
दिलचस्प बात यह है कि वकील नाम से जाना जाने वाला आलोक रंजन वही व्यक्ति है, जिन्हें 2019 में झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था. जब एसीबी ने विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा के जमशेदपुर स्थित परिसर में छापा मारा था और 2.67 करोड़ नकद बरामद किये थे. उक्त राशि आलोक रंजन के कमरे से बरामद की गयी थी, जिसने यहां किरायेदार के रूप में रहने का दावा किया था. बता दें कि ईडी ने वीरेंद्र राम के खिलाफ 2019 में उसके मातहत से बड़ी रकम की बरामदगी के सिलसिले में छापेमारी की थी. इसे भी पढ़ें : लातेहार">https://lagatar.in/latehar-bjp-will-burn-the-effigy-of-hemant-sarkar-at-5-30-pm-today/">लातेहार: भाजपा आज शाम साढ़े पांच बजे करेगी हेमंत सरकार का पुतला दहन [wpse_comments_template]