- ऊर्जा विभाग ने सबसे अधिक 94 फीसदी राशि खर्च की
- स्कूली शिक्षा विभाग 50 फीसदी से अधिक खर्च कर चुका है राशि
कृषि विभाग के तहत कई शाखाओं में कम राशि खर्च
कृषि एवं पशुपालन विभाग के तहत कई शाखाओं में कम राशि खर्च की गई है. कृषि के लिए स्वीकृत राशि 950.17 करोड़ है. जिसमें 231.52 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए हैं. खर्च का प्रतिशत फिलहाल 24 फीसदी ही है. उद्यान के लिए 147 करोड़ में से 71 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए हैं. खर्च का प्रतिशत 48 फीसदी है. भूमि संरक्षण के 537 करोड़ में 83.44 करोड़ ही खर्च किया जा सका है. खर्च का प्रतिशत 16 फीसदी है.सहकारिता में 87 फीसदी खर्च
कृषि विभाग के अंतर्गत आने वाले सहकारिता विभाग के लिए स्वीकृत राशि 191.21 करोड़ है. इसमें से 166.88 करोड़ रुपए खर्च की जा चुकी है. इसका खर्च का प्रतिशत 87 फीसदी है. वहीं पशुपालन के लिए 260.43 करोड़ रुपए स्वीकृत है. इसमें से 19.52 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए हैं. खर्च का प्रतिशत 0.8 फीसदी है. वहीं डेयरी के लिए 190.50 करोड़ स्वीकृत राशि है. इसमें सिर्फ 28.42 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. अभी तक खर्च का प्रतिशत 15 फीसदी है. मत्स्य के लिए 115.04 करोड़ स्वीकृत राशि में से 72.75 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. यह खर्च का 63 फीसदी है.आवंटन में देरी से खर्च की रफ्तार हुई धीमी
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए एक लाख 16 हजार 418 करोड़ रुपए का बजट सदन में पेश किया गया था. इस बजट में योजना मद में 82 हजार 128 करोड़ का प्रावधान किया गया था. चालू वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही में बजट अनुरूप विभागों के आवंटन में देरी होती चली गई, जिसके कारण खर्च की रफ्तार धीमी रही. किस विभाग ने कितनी फीसदी राशि खर्च की विभाग खर्च का प्रतिशत ऊर्जा विभाग 94 सूचना-जनसंपर्क 58 कृषि 29 गृह कारा 14 पथ निर्माण 52 ग्रामीण विकास 47 नगर विकास 25 इसे भी पढ़ें : घने">https://lagatar.in/dense-fog-hits-many-flights-and-trains-delayed-delhi-airport-packed-with-passengers/">घनेकोहरे की मार, कई फ्लाइट्स और ट्रेनें लेट, दिल्ली एयरपोर्ट यात्रियों से खचाखच भरा [wpse_comments_template]