परीक्षा बच्‍चों की, लेकिन फेल हुए शिक्षक

Ranchi : कोरोना काल में पहली बार झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से मध्यमा, मदरसा और इंटरमीडिएट वोकेशनल की परीक्षा ऑफलाइन तरीके से बुधवार से शुरू हो गयी. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइन जारी की गई थी. लेकिन आज पहले ही दिन परीक्षा केंद्र के बाहर सोशल डिस्‍टेंसिंग के साथ ही दिये गये निर्देशों की भी जमकर धज्जियां उड़ा दी गयी. परीक्षा केंद्रों को देखकर लग रहा था की प‍रीक्षा लेने वाले शिक्षक ही इस बार फेल हो गये.

केंद्रों पर नहीं थी उचित व्‍यवस्‍था

जैक की ओर से आयोजित मदरसा, मध्यमा और इंटरमीडिएट वोकेशनल की परीक्षा के दौरान केंद्रों पर खासी भीड़ देखने को मिली. इस दौरान कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने की कोशिश की गयी,  लेकिन विभाग की ओर से उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण परीक्षार्थी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नहीं दिखे.

सैनिटाइजर  का भी अभाव 

 इन परीक्षाओं में परीक्षा देने के लिए पहुंचे अभ्‍यर्थियों के लिए सैनिटाइजर की भी व्‍यवस्‍था नहीं की गयी थी. जबकि जैक के द्वारा ये सैनिटाइजर रखने के लिए साफ निर्देश दिये गये थे. परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभिभावक भी सेंटर द्वारा किये गये व्‍यवस्‍थाओं से खासा नाराज नजर आये. उन्‍होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से इस परीक्षा के लिए केंद्रों पर एहतियात नहीं बरती गयी.