चीन से है मुकाबला, भारत हिंद महासागर में युद्धपोतों पर ड्रोन  तैनात करने की तैयारी में

NewDelhi :  खबर है कि हिंद महासागर में चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय नौसेना तत्काल 10 जहाजी ड्रोन खरीदने जा रही है. नौसेना का यह फैसला हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी के स्तर को और बेहतर करने के लिए है. नौसेना को सरकार से अनमुति मिल गयी है. जान लें कि एक रिपोर्ट सामने आयी थी, जिसमें कहा जा रहा था कि चीन ने हिंद महासागर में अंडरवॉटर ड्रोन तैनात किये हैं. इसे भी पढ़े : आंदोलनकारी">https://lagatar.in/warning-of-agitating-farmers-government-does-not-agree-in-meeting-of-four-then-tractor-rally-on-january-6/14419/">आंदोलनकारी

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सेना 1300 करोड़ रुपए के 10 नेवल एरियल सिस्टम खरीदेगी

समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारतीय नौसेना द्वारा फास्ट ट्रेक मोड में लाये गये प्रस्ताव के तहत सेना करीब 1300 करोड़ रुपए के 10 नेवल एरियल सिस्टम खरीदेगी. खबर है कि यह प्रस्ताव सरकार ने स्वीकार कर लिया है.  नौसेना इन ड्रोन्स को खरीदेने के तुरंत ही युद्धपोतों पर तैनात कर देगी.  सूत्रों का कहना है कि नौसेना के प्लान के अनुसार, ड्रोन्स बड़े युद्धपोतों पर तैनात होंगे. इसे भी पढ़े : 2021">https://lagatar.in/good-news-received-on-first-day-of-2021-oxford-astrazeneca-vaccine-approves-emergency-use-of-kovishield/14385/">2021

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नौसेना अमेरिका के साथ एक अन्य ड्रोन डील पर काम कर रही है

खबर है कि नौसेना अमेरिका के साथ एक अन्य ड्रोन डील पर भी काम कर रही है.   भारतीय नौसेना अमेरिका से सी गार्जियन ड्रोन्स हासिल करने की तैयारी में है. इन ड्रोन्स के जरिए मेडागास्कर से लेकर मलाक्का क्षेत्र और इससे आगे तक निगरानी का दायरा बढ़ाया जायेगा.  जान लें कि नौसेना अपने मौजूदा ड्रोन्स को अपग्रेड कार्यक्रम के तहत और बेहतर बनाने पर काम कर रही है. इस मामले पर हाल ही में रक्षा मंत्रालय में चर्चा हुई थी. कुछ समय पहले  भारत ने अमेरिका से हिंद महासागर में निगरानी के लिए दो ड्रोन लीज पर लिये हैं. इसे भी पढ़े : लकड़ी">https://lagatar.in/japan-in-preparation-for-launch-in-eco-friendly-satellite-space-made-of-wood-wait-for-2023/14353/">लकड़ी

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डिवाइस ने 3400 से ज्यादा ऑब्जर्वेशन हासिल कर लिये थे

डिफेंस एनालिस्ट एचआई सटन (HI Sutton) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने हिंद महासागर में बड़ी संख्या सी विंग ड्रोन छोड़े हैं. चीन इसका इस्तेमाल नौसेना की खूफिया जानकारियों को हासिल करने के लिए कर रहा है. फोर्ब्स मैगजीन में लिखे गये एक लेख के अनुसार ये ग्लाइडर (Glider) एक तरह के अनक्रूड अंडरवॉटर व्हीकल होते हैं, जिन्हें दिसंबर 2019 के मध्य में लॉन्च किया गया था. लॉन्च किये जाने के बाद जब इन ग्लाइडर्स को फरवरी में वापस निकाला गया,  तब तक इन डिवाइस ने 3400 से ज्यादा ऑब्जर्वेशन हासिल कर लिये थे.