सदर अस्पताल में सिर्फ एक एंट्री पास जारी होने से परेशान हैं मरीज के परिजन

Ranchi : राजधानी के सदर अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बना दिया गया है. यहां कोविड के मरीजों के लिए 264 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड के साथ 60 आईसीयू बेड की व्यवस्था है. व्यवस्था सुधार को लेकर यहां दो आईएएस अधिकारियों की तैनाती भी की गयी है. एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता और आईएएस गरिमा सिंह को अस्पताल में प्रतिनियुक्ति किया गया है. पिछले एक सप्ताह पूर्व अस्पताल में एक मरीज के साथ एक व्यक्ति का आदेश जारी करते हुए पास जारी किया गया. अब मरीज के परिजन इससे परेशान हैं.

परिजनों ने कहा- सामान पहुंचाने में होती है परेशानी

सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में इलाज करा रहे मरीज बेला लकड़ा के परिजन एके लकड़ा ने कहा कि अस्पताल में 2 मरीजों के लिए पास निर्गत करना चाहिए. घर से सामान लेकर पहुंचाने आते हैं तो यहां दिक्कत होती है. पिछले आधे घंटे से बैरिकेडिंग के बाहर हो रोक दिया गया है. सम्मान देने का इंतजार कर रहे हैं. मरीज के साथ एक अटेंडेंट रहने पर मरीज को छोड़कर बाहर आने में भी डर बना रहता है.

हर काम के लिए लगानी पड़ती है लाइन

वहीं रांची के दीपाटोली के रहने वाले रंजीत कुमार ने कहा कि कल रात को अपने पिता राजेंद्र कोटवार को यहां भर्ती कराए हैं. मरीज के साथ एक अटेंडेंट होने से समस्या होती है. किसी भी काम के लिए अटेंडेंट को बाहर जाना पड़ता है. ऑक्सीजन से लेकर मेडिसिन की व्यवस्था करनी पड़ती है. ऐसे में मरीज के साथ दो परिजन को रहने के लिए देना चाहिए था.

मरीज के साथ ज्यादा लोगों के रहने से होगी परेशानी

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सदर अस्पताल को चिकित्सा अधीक्षक डॉ सव्यसाची मंडल.

सदर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ सव्यसाची मंडल ने कहा कि यदि मरीज के साथ दो परिजन रहेंगे तो ऐसे हालात में चिकित्सकों को काम करने में समस्या होगी. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित लोगों के साथ ज्यादा लोगों के रहने से संक्रमण का खतरा रहेगा. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने एक मरीज के साथ एक परिजन को वार्ड में रहने की अनुमति दी है.