Bermo: कोरोना को हराना है तो धैर्य के साथ काम लेना होगा. सकारात्मक सोच के साथ सामना करना होगा. तभी कोरोना हारेगा. यह कहना है कोरोना को मात देने वाले गोमिया के ओंकारनाथ मिश्रा का. पेशे से पत्रकार स्वांग निवासी ओंकारनाथ ने धैर्य नहीं खोया और इलाज कराकर कोरोना को मात दिया.
हिम्मत से सामना करना है
ओंकारनाथ ने बताया कि दस दिन पहले वे कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. कुछ दिन घर पर रहकर इलाज कराये. लेकिन फायदा नहीं हुआ. परेशानी बढने लगी तो बोकारो सदर अस्पताल गए. वहां सुधार नहीं हुआ तो चास के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए. वहां दस दिन तक कोरोना से जंग लडते रहे. आखिर में सोमवार की शाम ठीक होकर अपने घर लौट आये. उन्होंने कहा कि भयभीत होने की बजाय कोरोना का हिम्मत से सामना करना चाहिए. सकारात्मक सोच के साथ रहेंगे को कोरोना को हरा देंगे.
चिकित्सक की सलाह पर दवा लेते रहे
इसी प्रकार स्वांग दक्षिणी के निवर्तमान मुखिया धनंजय सिंह भी कोरोना पॉजिटीव हो गए थे. वे तो घर पर ही क्वारंटिन थे. नियमित रूप से चिकित्सक की सलाह पर दवा लेते रहे. आखिर में निगेटिव होकर पूरी तरह से ठीक हो गये. उन्होंने बताया कि इस संकट के समय घबराना नही चाहिए. हमेशा सकारात्मक सोच के साथ रहने से किसी भी बीमारी से जंग जीता जा सकता है. कहा कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहना चाहिए. समय पर दवाई लेती रहनी चाहिए. सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते रहना चाहिए.