केसरी चैप्टर 2' के मेकर्स के खिलाफ FIR दर्ज, फिल्म पर लगा ये आरोप

Lagatar desk : जियो सिनेमा पर स्ट्रीम हो रही फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि फिल्म में पश्चिम बंगाल के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.

 

तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कहना है कि इस फिल्म में देश के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को गलत तरीके से दिखाया गया है, जो उन क्रांतिकारियों का अपमान है. पार्टी ने मांग की है कि फिल्म पर कार्रवाई हो और इसे तुरंत प्लेटफॉर्म से हटाया जाए.

 

इस सीन पर मचा बवाल

 

नबापल्ली, सेक्टर IV के निवासी रणजीत बिस्वास ने फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि फिल्म में मुजफ्फरपुर षडयंत्र मामले से जुड़े एक कोर्टरूम सीन के दौरान क्रांतिकारी खुदीराम बोस और बरिंद्र कुमार घोष को ऐतिहासिक रूप से गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है.

 

बिस्वास की शिकायत के मुताबिक, फिल्म में खुदीराम बोस और बरिंद्र कुमार घोष को खुदीराम सिंह और बीरेंद्र कुमार के रूप में दिखाया गया है, और उन्हें अमृतसर से संबंधित बताया गया है, जबकि ऐतिहासिक रूप से यह तथ्य पूरी तरह से गलत है. बिस्वास का कहना है कि यह न सिर्फ ऐतिहासिक तथ्यों के साथ खिलवाड़ है, बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों का भी अपमान है.

 

पुलिस में मामला दर्ज

रणजीत बिस्वास ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ में स्वतंत्रता सेनानियों के नाम और पहचान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि जिन क्रांतिकारियों को फांसी दी गई, उनके नामों से छेड़छाड़ करना उनका अपमान है .बिस्वास का यह भी कहना है कि ऐसी गलत जानकारी न केवल इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करती है, बल्कि इससे समाज में भ्रम और संभावित तनाव भी फैल सकता है.

 

पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 352 (जानबूझकर अपमान करना), 353(1)(c) (सार्वजनिक शरारत), और 353(2) (गलत जानकारी या बयान का प्रसार) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

 

ममता बनर्जी ने क्या कहा

 

इस मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्माताओं पर आरोप लगाया कि वे बीजेपी के साथ मिलकर राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने किसी फिल्म का नाम लिए बिना ये बात कही. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के नाम के साथ इस तरह का बदलाव सही नहीं है. हम इसकी निंदा करते हैं.


वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि कई फीचर फिल्मों में किरदार ने नाम बदल दिए जाते हैं इससे बीजेपी का कोई लेना देना नहीं हैं. हम सभी जानते हैं कि टीएमसी ने हमारे क्रांतिकारियों को कितना सम्मान दिया है.