गुरु का लंगर शुरू कर कोविड पॉजिटिव परिवारों तक पहुंचाया जा रहा खाना

Ranchi : कितनी भी कठिन परिस्थिति क्यों न हो, समाज के किसी भी वर्ग तक मदद पहुंचाने के लिए सिख समाज हमेशा से अपना हाथ बढ़ाता आया है. बिना किसी भेदभाव के मदद करना उनकी पहचान है. रांची में भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच कुछ ऐसे ही लोग एक बार फिर से मदद के लिए सामने आ रहे हैं. इस बार कोरोना की दूसरी लहर में काफी लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. कई परिवार ऐसे हैं, जिसका हर एक सदस्य पॉजिटिव है. उन्हें दो वक्त का खाना भी ढंग से नहीं मिल पा रहा है. इसी परेशानी को देखते हुए पीपी कंपाउंड के रहने वाले तनवीर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गुरु का लंगर की शुरुआत की है.

सुबह 11 से रात 9 बजे तक दोपहर और रात का खाना करा रहे उपलब्ध

पहल की शुरुआत करते हुए सदस्यों ने बताया कि शहर में जैसी परिस्थिति बनी हुई है. यह काफी भयावह है. इसकी चपेट में कई परिवार का हर एक सदस्य पॉजिटिव है. इस कठिन परिस्थिति में कई लोग मरीजों को ऑक्सीजन और दवाइयां तो पहुंचा रहे हैं, पर उनके खाने-पीने में काफी परेशानी हो रही है. इसीलिए हमने ऐसे लोगों को मुफ्त खाना उपलब्ध कराने दिशा में काम करना शुरू किया. गुरु का लंगर शहर के जितने भी कोविड पॉजिटिव परिवार हैं, उन सब को दोपहर और रात के खाने की सुविधा उपलब्ध करा रहा है. यह सुबह 11 बजे से लेकर के रात 9 बजे तक उपलब्ध रहेगी. जिनको भी खाने की समस्या हो वे इनसे 9431581052 या 9835127273 पर संपर्क कर सकते हैं.

निःशुल्क खाना और डिलीवरी की सुविधा

जानकारी देते हुए बताया गया है कि गुरु का लंगर बुधवार देर शाम शुरू की गई थी. इसके बाद गुरुवार तक 10 परिवारों में इन से संपर्क कर दोपहर-रात या  सुविधा अनुसार दोपहर या रात का खाना इनसे पहुंचाने की अपील की. फोन आते हैं टीम मेंबर बिल्कुल घर जैसा खाना बनवा कर लोगों तक फ्री डिलीवरी भी करवा रहे हैं. जो भी परिवार गुरु का लंगर से खाना मंगवाना चाहता है, उन्हें अपनी कोविड रिपोर्ट उनसे शेयर करन होगा. इसके साथ ही सदस्यों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले 4 से 5 दिन में ही उनकी इस पहल से 100 से भी अधिक परिवार जुड़ सकते हैं.  फिलहाल उन्होंने अपने कुछ सहयोगी और दोस्तों के साथ मिलकर इस पहल की शुरुआत की है. पर जैसे हालात है, उन्होंने अन्य लोगों से भी इसके लिए सामने आकर मदद के लिए अपील की है.

किस प्रेरणा के साथ शुरू किया गुरु का लंगर

तनवीर ने जानकारी देते हुए कहा है कि गुरु का नंबर शुरू करने की प्रेरणा उन्हें गुरुनानक देव जी से मिलती है. उन्होंने सरबत दा भला की प्रेरणा दी थी. अर्थात बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग की मदद करने को कहा है. इसी प्रेरणा के साथ उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर कोविड से जूझ रहे परिवारों को खाना पहुंचाने की पहल शुरू की.