हजारीबाग: खनन क्षेत्र में बिरहोर की मौतों पर NCST की राज्य के शीर्ष पांच अधिकारियों को नोटिस

Hazaribagh: एनटीपीसी के चट्टी बरियातु कोयला खनन परियोजना में हो रहे खनन के दुष्प्रभाव की वजह से बिरहोर जाति के लोगों की मौत को लेकर नेशनल एसटी आयोग ने झारखंड सरकार के पांच शीर्ष अधिकारियों को नोटिस जारी किया है. यह कोल परियोजना हजारीबाग के बड़कागांव क्षेत्र में है. खनन का काम एनटीपीसी के लिए ऋत्विक-एएमआर कंपनी कर रही है. आयोग ने राज्य सरकार के जिन अधिकारियों को नोटिस जारी किया है, उनमें अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव, अनुसूचित जनजाति-पिछड़ा कल्याण विभाग के सचिव, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव, खान एवं भूविज्ञान विभाग के सचिव और राज्य के डीजीपी शामिल हैं.
आयोग ने अधिकारियों से कहा है कि 15 दिन के भीतर संबंधित मामले में कार्यवाही करते हुए जानकारी दें. आयोग ने यह नोटिस मंटु सोनी की शिकायत पर जारी किया है. आयोग को इस बात की शिकायत मिली है कि एनटीपीसी द्वारा नियमों का उल्लंघन कर खनन कार्य किया जा रहा है.
इसका दुष्प्रभाव वहां रह रहे आदिम जनजाति के बिरहोर पर पड़ रहा है. अब तक बिरहोर जाति के तीन लोगों की मौत हो चुकी है. उल्लेखनीय है कि गीता बिरहोर की मौत के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार ने हजारीबाग के डीसी और एनटीपीसी के सीएमडी से स्पष्टीकरण मांगा था. इसे भी पढ़ें – पीएम">https://lagatar.in/pm-modi-gave-the-mantra-of-nagarik-devo-bhava-to-public-servants-discussed-the-future-of-india/">पीएम

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