Ranchi : झारखंड हाईकोर्ट में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण घोटाला मामले में पूर्व सीएम मधु कोड़ा की ओर से निचली अदालत द्वारा आरोप गठित किये जाने को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई हुई. इस पर सीबीआई ने बहस के लिए अदालत से समय की मांग की. कोर्ट ने अंतिम अवसर प्रदान करते हुए दो सप्ताह के बाद सुनवाई की तिथि निर्धारित की. क्या हैं आरोप मधु कोड़ा पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व में मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए हैदराबाद की बिजली कंपनी आईवीआरसीएल के डायरेक्टर डीके श्रीवास्तव से मुंबई में 11.40 करोड़ रुपए रिश्वत ली. साथ ही कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए उसे लातेहार, गढ़वा और पलामू सहित छह जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण करने का टेंडर दे दिया. क्या है पूरा मामला वर्ष 2006 में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण परियोजना के लिए झारखंड को केंद्र से 467.76 करोड़ रुपए मिले थे. इस परियोजना के तहत झारखंड के छह जिलों के 27359 गांवों का विद्युतीकरण किया जाना था, जिससे 29.26 लाख परिवारों को सीधे तौर पर लाभ मिलता. इसे भी पढ़ें : सेंट्रल">https://lagatar.in/central-university-jharkhand-achieved-a-grade-in-naac-evaluation/">सेंट्रल
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